पुरस्कार प्राप्त करते हिंगनघाट कृषि उपज बाजार समिति के पदाधिकारी (फोटाे नवभारत)
Vasantdada Patil Memorial Award: महान नेता वसंतदादा पाटिल की दूरदर्शिता और कल्पना से स्थापित महाराष्ट्र राज्य बाजार समिति सहकारी संघ मर्यादित पुणे द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित ‘वसंतदादा पाटिल स्मृति पुरस्कार 2024-25’ से इस वर्ष हिंगनघाट कृषि उपज बाजार समिति (APMC) को सम्मानित किया गया है।
यह सम्मान राज्य की 305 बाजार समितियों में से हिंगनघाट को प्रथम स्थान मिलने पर दिया गया। समिति की उत्कृष्ट कार्यप्रणाली, सहकारी क्षेत्र में योगदान और किसानों के हित में किए गए सराहनीय कार्यों को देखते हुए यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
इस पुरस्कार का मुख्य उद्देश्य वसंतदादा पाटिल के सहकार, सामाजिक और बाजार समिति क्षेत्र में किए गए कार्यों को याद रखना है। यह पुरस्कार उन बाजार समितियों को प्रोत्साहित करता है जो उनके आदर्शों पर चलते हुए बेहतर कार्य करती हैं।
महाराष्ट्र राज्य बाजार समिति सहकारी संघ के 56वें वार्षिक सर्वसाधारण सभा में यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें राज्य की 305 बाजार समितियों में से कुल 34 को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया।
पुरस्कार के लिए चयन एक कठोर प्रक्रिया के तहत किया गया। हिंगनघाट APMC ने 2024-25 वर्ष के लिए अपनी उपलब्धियों का एक विस्तृत प्रस्ताव सहकारी संघ को भेजा था। यह प्रस्ताव 100 अंकों के विभिन्न मानदंडों पर आधारित था, जिसमें समिति की वित्तीय स्थिरता, किसानों के लिए चलाई गई योजनाएं, बाजार में पारदर्शिता, और अन्य प्रशासनिक कार्य शामिल थे।
समिति ने सभी आवश्यक जानकारी और साक्ष्य के साथ एक नमूना प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसकी बारीकी से जांच की गई। इस प्रक्रिया में हिंगनघाट APMC ने सभी मानकों पर खरा उतरते हुए सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया।
इस उपलब्धि पर हिंगनघाट APMC के सभापति एड. सुधीर कोठारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “यह सम्मान हमारे लिए गर्व का विषय है। यह हमारे पूरे संचालक मंडल, कर्मचारियों और किसानों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। हम वसंतदादा पाटिल के दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए सहकार क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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पुरस्कार समारोह में उपसभापति हरिश वडतकर, और संचालक मंडल के सदस्य मधुकर डंभारे, मधुसूदन हरने, ओमप्रकाश डालिया, प्रफुल बाडे, उत्तम भोयर, अशोक उपासे, राजेश मंगेकर, डॉ. निर्मेश कोठारी, घनश्याम येरलेकर, पंकज कोचर, संजय कातरे, शुभ्रबुद्ध कांबले, हर्षद महाजन, ज्ञानेश्वर लोनारे, चंदनखेडे, नंदा चांभारे और सचिव टी.सी. चांभारे भी उपस्थित थे।
इस सम्मान ने न केवल हिंगनघाट APMC का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि इसने अन्य बाजार समितियों के लिए भी एक मिसाल कायम की है। यह पुरस्कार हिंगनघाट APMC को किसानों के हित में और भी बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। यह उपलब्धि दर्शाती है कि सहकारिता के माध्यम से कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं और किसानों को उचित मूल्य और सुविधाएं प्रदान की जा सकती हैं।