बदलापुर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामले लिए जाए वापस (सोर्स:-सोशल मीडिया)
मुंबई: बदलापुर के एक स्थानीय स्कूल में दो बच्चियों के कथित यौन शोषण के के मामले को लेकर पूरे राज्य में आक्रोश देखने को मिल रहा है। लोग आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा देने की मांग कर रहे है। वहीं इस मामले के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने 300 से अधिक लोगों के मामला दर्ज किया है। इस बीच, शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विरोध में प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की शुक्रवार को मांग की।
ठाकरे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी (एमवीए) ने इस ‘‘दुष्कृत्य” के खिलाफ 24 अगस्त को ‘महाराष्ट्र बंद’ आहूत किया है और उन्होंने लोगों से जाति एवं धर्म से ऊपर उठकर इसमें भाग लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बंद का अपराह्न दो बजे तक ‘‘सख्ती से” पालन किया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आपातकालीन सेवाएं चालू रहें।
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ठाकरे ने बदलापुर विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में ‘‘अब भी गिरफ्तारियां” करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाने चाहिए।”
बदलापुर में एक स्कूल के शौचालय में चार वर्षीय दो बच्चियों का एक पुरुष सहायक द्वारा कथित यौन उत्पीड़न किए जाने की घटना के बाद हजारों प्रदर्शनकारी मंगलवार को सड़कों पर उतर आए थे और उन्होंने बदलापुर रेलवे स्टेशन की पटरियों को अवरुद्ध कर दिया था।
जानकारी के लिए बता दें कि ठाणे जिले में बदलापुर कस्बे के एक स्कूल में चार साल की दो बच्चियों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जहां स्थानीय अदालत ने बुधवार को आरोपी की पुलिस हिरासत की अवधि 26 अगस्त तक बढ़ा दी। इस मामले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान रेलवे स्टेशन और बदलापुर के अन्य हिस्सों में पथराव की घटनाओं में शहर पुलिस के कम से कम 25 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 72 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है।