ठाणे मनपा (pic credit; social media)
Thane Municipal Corporation: ठाणे अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के अवसर पर ठाणे मनपा ने प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से विशेष कार्यशाला का आयोजन किया। इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त संदीप मालवी ने कहा कि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना सिर्फ प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें नागरिकों की सक्रिय भागीदारी भी जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि आम नागरिक घर पर ही कचरे का प्रबंधन करें, अधिक से अधिक सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करें, पेड़ लगाकर उनकी देखभाल करें तो शहर की वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया जा सकता है।
मालवी ने कहा कि ठाणे मनपा द्वारा चलाई जा रही विभिन्न पर्यावरणीय योजनाओं को तभी सफलता मिलेगी जब नागरिक उनमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। उन्होंने घोषणा की कि ‘मेरी वसुंधरा’ अभियान के तहत ठाणे शहर के कॉलेजों और स्कूलों में विशेष प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। सबसे अधिक प्रभावी पहल करने वाले संस्थानों को सम्मानित भी किया जाएगा।
इस कार्यशाला में मुख्य पर्यावरण अधिकारी मनीषा प्रधान ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री सौर ऊर्जा योजना के अंतर्गत ठाणे में अब तक 1000 सोसायटियों में सौर पैनल लगाए गए हैं। मनपा आयुक्त सौरभ राय के निर्देशानुसार यह अभियान और तेज किया जाएगा ताकि पारंपरिक ऊर्जा पर निर्भरता कम हो और प्रदूषण में कमी आए।
राज्य जलवायु कार्ययोजना के निदेशक अभिजीत मोरपडे ने कहा कि ठाणे जैसे शहरी क्षेत्रों के लिए वायु प्रदूषण से लड़ने की एक विशेष जलवायु कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके जरिए प्रदूषण कम करने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के ठोस कदम उठाए जाएंगे। वहीं, महाराष्ट्र वितरण कंपनी के कार्यकारी अभियंता अविनाश रणदिवे और सहायक अभियंता किशोर सावरकर ने सौर ऊर्जा के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि आने वाले वर्षों में इसका व्यापक उपयोग जरूरी होगा।
कार्यशाला में यह भी रेखांकित किया गया कि हर साल 7 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस मनाया जाता है ताकि वायु प्रदूषण के खिलाफ सामूहिक प्रयासों को तेज किया जा सके। इस वर्ष का विषय “रेसिंग फॉर क्लीन एयर” रखा गया है, जिसका उद्देश्य हवा, पानी और पर्यावरण को प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए वैश्विक स्तर पर तेजी से कार्रवाई करना है।
ठाणे मनपा का कहना है कि शहर की स्वच्छ हवा की लड़ाई में प्रशासन और नागरिक दोनों को मिलकर कदम बढ़ाने होंगे। तभी आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ और स्वच्छ जीवन मिल पाएगा।