
तलाठी कार्यालय के बाहर ताला…
Meera-Bhayandar News: भाईंदर पश्चिम के नगर भवन की तल मंजिल पर स्थित तलाठी कार्यालय में शुक्रवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। सरकारी कार्यालय बाहर से बंद था और ताला लगा हुआ था, जबकि अंदर दो कर्मचारी आराम से बैठकर काम में व्यस्त मिले। जमीन से जुड़े कार्य करवाने आए नागरिक बाहर ही कतार में घंटों इंतजार करते रहे।
मुर्धा गांव निवासी महेश म्हात्रे अपनी वृद्ध मां के साथ कई दिनों से सात-बारह दुरुस्ती के लिए लगातार चक्कर काट रहे हैं। तलाठी अमित मधाले ने उन्हें दोपहर दो बजे आने को कहा था, लेकिन तय समय पर भी कार्यालय बंद ही मिला।
कतार में बैठे इरफान सैय्यद ने स्थिति देख तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई। सूचना मिलते ही भाईंदर पुलिस के बीट मार्शल मौके पर पहुंचे और तलाठी अमित मधाले के ड्राइवर को बुलाकर ताला खुलवाया। अंदर कर्मचारी मौजूद थे, जबकि अधिकारी नदारद पाए गए।
सरकारी कार्यालय का समय सुबह 10 से शाम 6 बजे तक निर्धारित है। नियमों के अनुसार, यदि तलाठी किसी काम से बाहर जाए तो कार्यालय के बाहर बोर्ड पर यह सूचना लिखना अनिवार्य है कि वे कहाँ गए हैं और कब लौटेंगे। लेकिन पिछले एक महीने से दोपहर के समय कार्यालय पर ताला लटकना, कर्मचारी अंदर बैठे रहना और तलाठी का गायब रहना नागरिकों में भारी आक्रोश का कारण बन गया है।
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इरफान सैय्यद ने बताया कि वे इस अनियमित कार्यप्रणाली की शिकायत जनवरी में जिलाधिकारी से भी कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ताज़ा घटना की शिकायत अब तहसीलदार निलेश गौड के पास की गई है।






