अश्विनी वैष्णव (सौ.सोशल मीडिया)
Indian railway : रेल मंत्रालय देश के दूर दराज के गांवों में रेलवे कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसी दिशा में रेल मंत्रालय ने एक और अहम कदम उठाते हुए आदिवासी बहुल इलाके को बड़ी सौगात दी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 380 किलोमीटर लंबी नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद-नंदुरबार नई रेल लाइन के लिए फाइनल सर्वेक्षण की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने की मंजूरी दी है।
इस संबंध में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आदिवासी बहुल बांसवाड़ा की स्वाभाविक कनेक्टिविटी दाहोद के साथ है। इसलिए डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम प्रोजेक्ट के साथ नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद रेल लाइन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय लिया गया है। उन्होने बताया की इस लाइन से दिल्ली से मुंबई जाने वाली ट्रेनों को आदिवासी बहुल बांसवाड़ा से होकर जाने के लिए नया रूट उपलब्ध हो जाएगाा। यह रूट ताप्ती सेक्शन से मुंबई-दिल्ली मेन रूट को दाहोद से जोड़ने वाला सबसे छोटा रूट होगा।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि, इससे मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के 6 शहरों को लाभ होगा। 50 हजार से अधिक की आबादी होने के कारण शहादा शहर को भी सर्वेक्षण के में शामिल किया जा रहा है। राजस्थान का बांसवाड़ा जिला पहाड़ी क्षेत्र और खनिज संपदा से समृद्ध है, लेकिन अभी भारतीय रेल से जुड़ा नहीं है। इस क्षेत्र में मैंगनीज अयस्क, डोलोमाइट, चूना पत्थर, सोना, तांबा, क्वार्टजाइट जैसे खनिज से भरपूर है। इससे क्षेत्र से माल भेजने के अच्छे मौके बनेंगे, जिसे नीमच, बांसवाड़ा और दाहोद के छोटे रास्तों से लाया-लिया जा सकेगा।
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वहीं, दाहोद-अलीराजपुर-नंदुरबार एक पहाड़ी और आदिवासी क्षेत्र में स्थित है। यह ताप्ती रेल खंड से दाहोद में उच्च घनत्व नेटवर्क यानी मुंबई-नई दिल्ली मुख्य मार्ग को जोड़ने वाला छोटा मार्ग होगा। यह मार्ग विकास की मुख्यधारा से वंचित लोगों का भी उत्थान करेगा और उन्हें रेल के माध्यम से देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगा। इस नए रेल मार्ग से राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही स्थानीय स्तर पर यहां के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।