पुणे महावितरण में अजित पवार (pic credit; social media)
Maharashtra News: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा जनोन्मुखी प्रशासन के लिए घोषित 100 दिवसीय कार्यालय सुधार अभियान के दूसरे चरण के विभागीय स्तरीय पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आश्वासन दिया कि पुणे में अच्छा काम करने वालों के साथ सरकार हमेशा खड़ी है। उन्होंने कहा इच्छाशक्ति हो तो बदलाव लाया जा सकता है. आम आदमी को केंद्र में रखकर दक्षता और पारदर्शिता का संयोजन किया जाना चाहिए,
शुक्रवार को विभागीय स्तर पर आयोजित ‘100 दिवसीय कार्यालय सुधार अभियान’ पुरस्कार पुणे के विधान भवन हॉल में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा वितरित किए गए। महावितरण के पुणे प्रादेशिक संचालक कार्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है जबकि बारामती मंडल कार्यालय ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
इसके साथ ही वाडिया सब-डिवीजन और चाकण एमआईडीसी सब-डिवीजन को भी इस प्रतियोगिता में प्रशंसा पत्र प्राप्त हुए हैं। उपमुख्यमंत्री और पुणे के पालक मंत्री अजीत पवार ने इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशक भुजंग खंडारे और बारामती के मुख्य अभियंता धर्मराज पेठकर, वाडिया सब-डिवीजन के अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता सुनील गवली, चाकण सब-डिवीजन के उप कार्यकारी अभियंता प्रकाश शेलके को सम्मानित किया।
महावितरण के कार्यालयों में नागरिकों के लिए सेवा में आसानी, डिजिटल ग्राहक सेवा, कार्यालय सुविधाएँ, तकनीक का उपयोग, शिकायत निवारण, कार्य में सुधार और कार्यालय प्रबंधन जैसे मुद्दों पर 100-दिवसीय कार्यालय सुधार अभियान चलाया गया। इसमें महावितरण के पुणे, कोकण और नागपुर विभागीय कार्यालयों ने प्रादेशिक मंडल स्तर पर भाग लिया। अभियान के दूसरे चरण में, हाल ही में भारतीय गुणवता परिषद की एक समिति द्वारा इन कार्यालयों का मूल्यांकन किया गया। इसमें पुणे प्रादेशिक कार्यालय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
महावितरण पुणे प्रादेशिक संचालक का कहना है कि बिजली उपभोक्ता महावितरण के कार्यों का केंद्र बिंदु है। हम इस दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। इस पुरस्कार ने हमारी जिम्मेदारी को और चढ़ा दिया है। अब, अगले 150-दिवसीय कार्यालय सुधार अभियान के तहत, विभिन्न ग्राहक-उन्मुख सुधारों को पूरी लगन के साथ गति दी जाएगी।
इस अवसर पर पवार ने कहा, जब अधिकारी अच्छा काम करते हैं तो यह खुशी की बात होती है। दूसरों को भी उनके अच्छे काम का अनुसरण करना चाहिए। साथ ही, कर्मचारियों को पुराने तरीकों को बदलकर और नए तरीकों और तकनीक को अपनाकर नागरिकों के श्रम और समय को बचाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम में विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजानन पाटिल, पुलिस अधीक्षक संदीपसिंह गिल, मुख्य अभियंता सुनील काकडे उपस्थित थे।