पालकी मार्ग (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News In Hindi: पुणे-पंढरपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ‘सासवड से जेजुरी’ के बोच 15 किलोमीटर लंबा रास्ता रात के अंधेरे में पूरी तरह डूब जाता है, जिससे यात्रियों और स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा गंभीर खतरे में है।
यहां के निवासियों ने इस समस्या को तुरंत हल करने की मांग करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से इस मार्ग पर युद्धस्तर पर स्ट्रीट लाइट लगाने की अपील की है। बता दें कि पुरंदर तहसील के आलंदी-पंढरपूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ‘सासवड से जेजुरी’ मार्ग से गुजरने वाले ग्रामीण और यात्रियों ने अपनी सुरक्षा के लिए तत्काल सड़क पर स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग उठाई है।
खलद, शिवरी, वालुंज, निलुंज, तक्रारवाड़ी, साकुर्डे और बेलसर जैसे गांव सीधे इस हाईवे से लगे हुए हैं। जिससे लोगों को घर से बाहर निकलते ही राजमार्ग पर आना पड़ता है। रात में पर्याप्त रोशनी न होने से यहां दुर्घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
नागरिकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से तुरंत कार्रवाई की अपील की है। स्थानीय गांववासियों ने इस विषय पर NHAI अधिकारियों को कई बार पत्र लिखा है। चार-पांच महीने पहले विधायक विजय शिवतारे की मौजूदगी में हुई बैठक में भी यह मुद्दा सामने आया था। लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि सड़क का निर्माण कार्य पूरा होकर मार्ग हस्तांतरित हो गया तो बाद में स्ट्रीट लाइट लगवाना और कठिन हो जाएगा इस वजह से नागरिकों में बेचैनी और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। सासवड-जेजुरी मार्ग स्थानीय लोगों के अलावा, धार्मिक और औद्योगिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। इस मार्ग पर कई पेट्रोल पंप, मरिज हॉल, स्कूल, कॉलेज, होटल और औद्योगिक इकाइयां स्थित हैं। इसके साथ ही जेजुरी, शिवरी स्थित यमाई देवी मंदिर और अष्टविनायक में से श्री क्षेत्र मोरगांच के लिए जाने वाले हजारों श्रद्धालु भी इसी रास्ते का उपयोग करते हैं।
ये भी पढ़ें :- पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका के डेवलपमेंट प्लान पर कब होगी सुनवाई, प्रशासन को नहीं मिल रही जानकारी
रात के अंधेरे में आए दिन यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं। कई वाहन पलट चुके हैं और कुछ महीने पहले खलद के रासकरमला जिला परिषद स्कूल में एक वाहन घुस जाने से बड़ा हादसा टल गया था। ग्रामीणों और पत्रियों का कहना है कि NHAI एक ही सड़क पर भेदभाव कर रहा है। ‘झेंडेवाडी से नीरा’ तक के मार्ग पर हिस्सों में दोनों आर विद्युतीकरण किया गया है, जबकि सासवड-जेजुरी के बीच यह सुविधा सिर्फ फ्लाईओवर और टोल नाकों के आसपास ही है।