
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स :सोशल मीडिया )
Panchavati Tobacco-Free School News: पंचवटी तंबाकू मुक्त विद्यालय अभियान के अंतर्गत, ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों ने बुधवार को पहली बार विभागीय स्तर पर आयोजित ऑनलाइन विभागीय बाल सम्मेलन में भाग लिया और विभिन्न सरकारी अधिकारियों एवं मीडिया प्रतिनिधियों से प्रत्यक्ष संवाद किया।
इस सम्मेलन में विद्यार्थियों ने विद्यालय परिसर में तंबाकू की बिक्री, स्वच्छता तथा विद्यालय स्तर की समस्याओं से संबंधित प्रश्न उठाए, जिन पर शिक्षा, स्वास्थ्य एवं मीडिया विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने संतोषजनक मार्गदर्शन प्रदान किया।
सलाम मुंबई फाउंडेशन नासिक और पुणे मंडलों के जिला परिषद, शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस, ग्राम पंचायत आदि विभागों को शामिल करते हुए तंबाकू मुक्त विद्यालय अभियान चला रहा है। नासिक जिले में इस परियोजना की सफलता के बाद, ग्रामीण छात्रों के लिए इस वर्ष पहली बार संयुक्त मंडलीय बाल परिषद का आयोजन किया गया।
सम्मेलन के माध्यम छात्रों ने संकल्प लिया कि नासिक और पुणे डिवीजनों के सभी स्कूल 26 जनवरी, 2026 तक तंबाकू मुक्त होने चाहिए। छात्रों ने भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी तंबाकू मुक्त स्कूलों के लिए निर्धारित नौ मानदंडों का सख्ती से पालन करने की अपील की।
इस सम्मेलन में नासिक-पुणे क्षेत्र के युवा प्रतिनिधि एक मंच पर एकत्रित हुए और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और स्वच्छता में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया। छात्रों ने अपने अनुभव और प्रश्न साझा करते हुए कहा, कि स्वास्थ्य, स्वच्छता और तंबाकू मुक्त वातावरण -यही हमारा लक्ष्य है।
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इस कार्यक्रम में कादर शेख (शिक्षा अधिकारी, प्राथमिक, सोलापुर), जितेंद्र सालुंखे (व्याख्याता, डीआईईटी सोलापुर), डॉ. जयश्री सारस्वत (राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ, पुणे), राजू ठाकरे (मीडिया विभाग, नासिक) जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिन्होंने छात्रों की पहल की सराहना करते हुए कहा कि जो युवा बदलाव लाते हैं, वे तंबाकू मुक्त समाज की नींव हैं।






