
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Nashik Single Women Remarriage : नाशिक जिला परिषद (ZP) की ओर से राज्य में पहली बार एकल महिलाओं (विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता) के पुनर्विवाह के लिए आयोजित होने वाला सर्वजातीय, निःशुल्क वधू-वर परिचय सम्मेलन, जिसे रविवार 14 दिसंबर को होना था, अब आगे बढ़ा दिया गया है। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ओमकार पवार ने बताया कि अब यह मेले ऑनलाइन पद्धति से चरणबद्ध तरीके से आयोजित किए जाएंगे।
| श्रेणी | संख्या |
|---|---|
| कुल एकल महिलाएं (ग्रामीण क्षेत्र) | 94,985 |
| – विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता महिलाएं | 94,985 में शामिल |
| नौकरी करने वाली महिलाएं | 9,764 |
| महिला बचत समूहों की सदस्य महिलाएं | 12,565 |
| 55 वर्ष से कम आयु की महिलाएं | उपलब्ध श्रेणियों का हिस्सा |
| शादी करने की इच्छा जताने वाले पुरुष | 8,000 |
सबसे खास बात यह रही कि इन एकल महिलाओं से विवाह करने के लिए 8 हजार पुरुषों ने तैयार होने की बात कही, जो एक चौंकाने वाली बात है। पुरुषों ने बड़ी संख्या में पंजीकरण किया, लेकिन महिलाओं का प्रतिसाद अभी भी बहुत कम है, जिसके चलते यह आयोजन स्थगित करना पड़ा।
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नवचेतना अभियान का उद्देश्य जिला परिषद ने ‘नवचेतना अभियान’ के माध्यम से एकल महिलाओं के सामाजिक, मानसिक और आर्थिक पुनर्वास को बढ़ावा देने की पहल की है। इस सर्वेक्षण के चलते 13,534 महिलाओं को क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले बालसंरक्षण योजना से 2,250 रुपये की सहायता मिलेगी।
| श्रेणी | संख्या |
|---|---|
| विधवा महिलाएं | 89,374 |
| परित्यक्ता महिलाएं | 2,958 |
| तलाकशुदा महिलाएं | 1,995 |
| अविवाहित (कुमारी) महिलाएं | 658 |
| कुल एकल महिलाएं | 94,985 |
इस योजना के तहत, एकल माता-पिता वाले बच्चों या अन्य आपदाग्रस्त बच्चों को 18 वर्ष पूरे होने तक हर महीने यह आर्थिक सहायता दी जाती है। सीईओ ओमकार पवार ने कहा कि यह पहल समाज की गंभीर स्थिति को भी सामने लाती है और एकल महिलाओं के पुनर्वास की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।






