
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोेशल मीडिया )
Tapovan Controversy Hindi News: आगामी कुंभ मेले के लिए नाशिक के तपोवन क्षेत्र में साधुग्राम स्थापित करने हेतु होने वाली वृक्षों की कटाई का पर्यावरण प्रेमियों ने पुरजोर विरोध किया है।
पुणे के श्रीराम पिंगले द्वारा दायर याचिका के बाद, राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने 15 जनवरी तक पेड़ों की कटाई पर अंतरिम रोक लगा दी है, जिससे प्रशासन को फिलहाल राहत मिली है।
‘हरित नाशिक’ पहल का मेगा शुभारंभ वृक्ष कटाई के विरोध और NGT की रोक के बीच, कुंभ मेला मंत्री गिरीश महाजन ने आज नाशिक में एक बड़ी पर्यावरण पहल की शुरुआत की। तपोवन विवाद के बावजूद, मखमलाबाद क्षेत्र में 15 हजार वृक्ष लगाने के कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमियों और साधु-संतों की उपस्थिति दर्ज की गई। ‘हरित नाशिक’ की संकल्पना के तहत शहर में विभिन्न स्थानों पर चरणबद्ध तरीके से वृक्षारोपण किया जाएगा और इसमें नाशिकवासियों की सहभागिता बढ़ाई जाएगी।
महाजन ने बताया कि इस पूरे अभियान की निगरानी के लिए एक ‘वृक्षारोपण ऐप’ तैयार किया गया है। वृक्षारोपण कार्यक्रम के शुभारंभ पर महाजन ने वृक्ष कटाई को लेकर पिछले कुछ दिनों से हो रही आलोचना पर खुलकर बात की और विरोधियों पर सीधा निशाना साधा।
महाजन ने कहा कि उन्हें ‘लकड़ी काटने वाला’ कहा गया और उनका कार्टून बनाया गया। उन्होंने पिछली कुंभमेला का हवाला देते हुए कहा कि व्यवस्था वैसी ही रहेगी और कोई भी नई अस्थायी झोपड़ी (राहुटी) नहीं लगाई जाएगी।
उन्होंने विरोधियों को निशाने पर लेते हुए कहा, रजो लोग कहते हैं कि साधु गांजा पीते हैं, उनका ऐसा कहना उचित नहीं है। मोदी जी ने अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ लगाने की अपील की थी।
महाजन ने बताया कि ये पेड़ CSR फंड से लगाए जा रहे हैं। उन्होंने चुनौती दी कि 15 हजार क्या, 25 हज़ार पेड़ लगाए जाएंगे। आप नाशिकवासी कहेंगे कि अब बस करो, लेकिन हम रुकेंगे नहीं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि रहम पर आरोप मत लगाओ। यह जगह बिल्डर की झोली में डाली जाएगी, ऐसे आरोप लगाए गए। ऐसा पाप कौन करेगा? वृक्षारोपण के साथ ही, मंत्री महाजन ने आगामी सिंहस्थ कुंभ मेले की तैयारियों से जुड़े करोड़ों रुपये के सड़क विकास कार्यों का भी भूमिपूजन किया।
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खड़काली सिग्नल से ITI तक सड़क बनाने का काम शुरू हुआ। इस पर 79.50 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। देवयानी फरांदे के विशेष फंड से मुंबई नाका से नेल्सन हॉस्पिटल तक सड़क को कंक्रीट करने और प्रोटेक्टिव वॉल बनाने का काम भी शुरू किया गया। रमंत्री महाजन ने स्पष्ट किया कि साधुग्राम के लिए पिछली कुंभमेला अवधि (2015) जैसी व्यवस्था थी, वैसी ही व्यवस्था इस बार भी दोहराई जाएगी।






