सड़क पर खाना बनाकर प्रदर्शन करते नासिक के लोग (फोटो नवभारत)
Leopard Terror In Nashik: पिछले कुछ दिनों से नासिक के जय भवानी रोड, लोनकर माला, पाटोले माला और मनोहर गार्डन जैसे इलाकों में दिन और रात लगातार तेंदुए का घूमना जारी है। इससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। इन तेंदुओं को पिंजरों में बंद करने की मांग करते हुए जय भवानी रोड के निवासियों ने वन विभाग की कार्यप्रणाली के खिलाफ जन आक्रोश मोर्चा निकाला।
इस दौरान गुस्साए नागरिकों ने तुलजा माता मंदिर के पास रास्ता रोको आंदोलन कर अपना गुस्सा जाहिर किया। साथ ही सड़क पर चुल्हा जलाकर खाना भी बनाया।
2 महीने पहले वडनेर दुमाला और पिंपलगांव खांब जैसे इलाकों में एक आदमखोर तेंदुए ने 2 बच्चों को मार डाला था। तब भी नागरिकों ने एकजुट होकर वन विभाग के खिलाफ मोर्चा निकाला था और उनके कार्यालय के सामने धरना दिया था।
उस घटना के बाद, वन विभाग ने इलाके में 18 पिंजरे और 15 कैमरे लगाए थे। इसी का नतीजा था कि पांच दिन पहले ही वन विभाग एक तेंदुए को वडनेर गेट इलाके में पकड़ने में सफल रहा था।
जय भवानी रोड के निवासियों ने वडनेर दुमाला जैसी घटना को दोबारा होने से रोकने के लिए एकजुट होकर यह जन आक्रोश मोर्चा निकाला। यह मोर्चा नासिक-पुणे राजमार्ग पर स्थित नेहरू नगर के श्री म्हसोबा महाराज मंदिर से शुरू हुआ।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने “तेंदुआ घर में, नागरिक बाहर” जैसे नारे लगाए। इस मोर्चे का नेतृत्व योगिता गायकवाड़, सागर निकाले, किरण गायकवाड़, प्रदीप कुमार छत्रिय, प्रीतम घोरपडे और बालासाहेब डावखर ने इलाके के निवासियों और महिलाओं के साथ मिलकर किया।
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यह मोर्चा केजे मेहता हाई स्कूल रोड, डावखरवाड़ी होते हुए जय भवानी रोड पहुंचा और तुलजा भवानी माता मंदिर पर समाप्त हुआ। करीब आधे से पौने घंटे तक चले इस रास्ता रोको आंदोलन के कारण दोनों तरफ का यातायात रोक दिया गया था।
घटना स्थल पर सहायक पुलिस आयुक्त डॉ. सचिन बारी और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जयंत शिरसाट ने पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बात की। इस दौरान वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।