जलगांव मनपा (pic credit; social media)
Jalgaon Municipal Corporation Notice to Defaulters: जलगांव मनपा प्रशासन ने शहर के बकायेदार संपत्ति धारकों पर सख्त रुख अपना लिया है। प्रभाग समिति क्रमांक 1 से 4 के अंतर्गत आने वाले कुल 28 हजार बकायेदारों को अब अंतिम चेतावनी पत्र जारी किए जा रहे हैं। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि इस वर्ष किसी भी प्रकार की शास्ती माफी नहीं होगी, यानी बकाया कर अब माफ नहीं किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, बकायेदारों को निर्धारित समयावधि में अपना बकाया कर जमा करना आवश्यक है। चूंकि इस वर्ष शास्ती माफी योजना रद्द कर दी गई है, इसलिए कोई रियायत नहीं मिलेगी। मनपा प्रशासन अब पूरी तरह सख्त रुख में है।
जो नागरिक अंतिम नोटिस प्राप्त करने के बाद भी भुगतान नहीं करेंगे, उनके विरुद्ध दो चरणों में कार्रवाई की जाएगी। पहले चरण में संपत्तियों का पानी कनेक्शन बंद किया जाएगा। यदि इसके बाद भी भुगतान नहीं हुआ, तो संबंधित संपत्तियों पर जप्ती (सीलिंग) कार्रवाई शुरू होगी।
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मनपा के आयुक्त और प्रशासक ज्ञानेश्वर ढेरे और उपायुक्त (राजस्व) श्रीमती धनश्री शिंदे ने नागरिकों से अपील की है कि वे समय रहते अपना बकाया कर जमा करें, ताकि प्रशासनिक कार्रवाई की नौबत न आए। उन्होंने बताया कि नागरिक कर का भुगतान ऑनलाइन या मनपा कार्यालय में प्रत्यक्ष रूप से कर सकते हैं।
प्रशासन ने यह भी कहा कि संपत्ति कर से प्राप्त राजस्व शहर के विकास कार्यों की आधारशिला है। इस अभियान के माध्यम से मनपा ने साफ संदेश दिया है कि अब शहर के विकास में “बकाया नहीं, भुगतान ही सहयोग” माना जाएगा।
मनपा की इस सख्ती ने बकायेदारों में हलचल मचा दी है। कई नागरिक तुरंत कर जमा करने की तैयारी कर रहे हैं। अधिकारीयों का कहना है कि यह कदम न सिर्फ बकाया कर वसूली के लिए, बल्कि शहर के सुचारू और विकासशील भविष्य के लिए भी जरूरी है।
इस कदम से यह संदेश गया कि अब मनपा किसी भी प्रकार की ढील नहीं देगी और शहर के विकास में सभी नागरिकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित होगी।