कांतारा चैप्टर 1 की रिलीज़ के साथ ही यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त धमाल मचा रही है। यह हर वर्ग के दर्शकों का दिल जीतने में सफल रही है। फिल्म में दिखाए गए पंजुरली देवता की रहस्यमयी और प्रभावशाली कहानी पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। पंजुरली देवता दक्षिण भारत की लोक परंपरा और आस्था का एक अहम हिस्सा हैं। विशेष रूप से कर्नाटक और केरल में इनकी गहरी श्रद्धा से पूजा की जाती है। इन्हें एक ऐसे रक्षक देवता के रूप में माना जाता है जिनका मुख सुअर (वराह) के समान होता है। पंजुरली देवता न केवल गांवों और जंगलों की रक्षा करते हैं, बल्कि फसलों की उन्नति, जमीन की समृद्धि और परिवार की भलाई के लिए भी अपनी शक्ति प्रदान करते हैं। धार्मिक दृष्टि से, इन्हें भगवान विष्णु के दस अवतारों में से तीसरे अवतार वराह अवतार से जोड़ा जाता है।
कांतारा चैप्टर 1 की रिलीज़ के साथ ही यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त धमाल मचा रही है। यह हर वर्ग के दर्शकों का दिल जीतने में सफल रही है। फिल्म में दिखाए गए पंजुरली देवता की रहस्यमयी और प्रभावशाली कहानी पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। पंजुरली देवता दक्षिण भारत की लोक परंपरा और आस्था का एक अहम हिस्सा हैं। विशेष रूप से कर्नाटक और केरल में इनकी गहरी श्रद्धा से पूजा की जाती है। इन्हें एक ऐसे रक्षक देवता के रूप में माना जाता है जिनका मुख सुअर (वराह) के समान होता है। पंजुरली देवता न केवल गांवों और जंगलों की रक्षा करते हैं, बल्कि फसलों की उन्नति, जमीन की समृद्धि और परिवार की भलाई के लिए भी अपनी शक्ति प्रदान करते हैं। धार्मिक दृष्टि से, इन्हें भगवान विष्णु के दस अवतारों में से तीसरे अवतार वराह अवतार से जोड़ा जाता है।