
कोयला घोटाला (सौजन्य-सोशल मीडिया)
CBI Raid in WCL: वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के बीच पिछले कुछ समय में ‘चोली-दामन’ का साथ हो गया है। एक रेड खत्म नहीं होता कि दूसरे रेड की तैयारी हो जाती है। शनिवार को वेकोलि के नागपुर विभाग कार्यालय में सीबीआई ने रेड की और सेल्स (बिक्री) विभाग के कागजातों की छानबीन की।
सूत्रों की मानें तो नागपुर विभाग कार्यालय में छापेमारी के बाद सीबीआई ने कुछ उप विभागीय कार्यालयों और माइंसों पर भी छापेमारी की। इससे वेकोलि के साथ-साथ कोयला कारोबारियों में हड़कंप मच गया। सूत्रों ने बताया कि सुबह ही सीबीआई का दल जरीपटका स्थित वेकोलि नागपुर सर्कल कार्यालय पहुंच गया। यहां पर सीधे सेल्स विभाग पर पहुंचा और पूरी कागजात को अपने कब्जे में कर लिया। छानबीन भी की गई।
उसके बाद अन्य सब डिविजनल कार्यालयों में भी कार्रवाई करने पहुंच गए। इससे यही संदेश जा रहा है कि जरीपटका स्थित कार्यालय में छानबीन के दौरान उन्हें कई अनियमितताएं दिखीं, जिसके बाद अन्य कार्यालयों को भी कार्रवाई में शामिल करना पड़ा। हालांकि इस संबंध में वेकोलि हेडक्वार्टर से पूछने पर किसी ने कोई भी जवाब नहीं दिया।
यह भी पुष्टि नहीं की कि सीबीआई की ओर से शनिवार को कार्रवाई की गई। हालांकि अधिकारियों ने इशारे-इशारे में इसके संकेत दिए कि हाफ डे कार्य होने के कारण सीबीआई सुबह ही पहुंच गई और दस्तावेज अपने कब्जे में कर लिया।
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इसी सप्ताह सीबीआई ने वाशरी से जुड़े मामले में वणी क्षेत्र में कार्रवाई की थी और बड़े पैमाने पर अनियमितता होने का खुलासा किया है। इतना ही नहीं, पिछले दिनों दवाखाने में दवाइयों की कालाबाजारी पर भी कार्रवाई की गई थी और वेकोलि के डॉक्टर को इस संबंध में गिरफ्तार भी किया गया था। इन सब मामलों से स्पष्ट होता है कि वेकोलि में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है और इसकी बू सीबीआई तक पहुंच रही है। एक के बाद एक कार्रवाई इसी का परिणाम है।






