
सोख्ता भवन (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur News: सोख्ता भवन की जगह पर प्रस्तावित मॉल के लिए चार बार निविदाएx (टेंडर) जारी की गईं, लेकिन केवल एक ही ठेकेदार कंपनी ने रुचि दिखाई और काम करने की इच्छा व्यक्त की। पिछले सप्ताह इस ठेकेदार कंपनी ने मनपा (महानगर पालिका) अधिकारियों के सामने अपना प्रस्तुतीकरण (प्रेजेंटेशन) दिया। मनपा अधिकारियों ने बताया कि निविदा में कुछ नियम और शर्तों में सुधार किए जाने के बाद इसे मंजूरी दे दी जाएगी, जिसके बाद काम शुरू होने की संभावना है।
डीबीएफओएस मॉडल पर बनेगा व्यावसायिक परिसर महानगर पालिका के स्वामित्व वाली गांधीबाग की जमीन पर बनी जर्जर सोख्ता भवन इमारत की जगह पर डिज़ाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट एंड सेल (डीबीएफओएस) के आधार पर एक व्यावसायिक संकुल (मॉल) निर्माण परियोजना को नागपुर महानगर पालिका द्वारा मंजूरी दी गई है।
बार-बार निविदाएं आने के बावजूद केवल एक ही कंपनी के आगे आने के कारण नियमानुसार इसी कंपनी को प्रस्तुतीकरण देने के लिए कहा गया था। सूत्रों के अनुसार कंपनी ने पिछले सप्ताह प्रस्तुतीकरण दिया और मनपा आयुक्त ने भी इस पर संतोष व्यक्त किया। मनपा के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि तकनीकी प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह कंपनी काम शुरू कर देगी।
पहले वर्ष: 15%
दूसरे वर्ष: 30%
तीसरे वर्ष: 20%
चौथे वर्ष: 25%
डेवलपर को परियोजना के बिक्री घटकों (सेलेबल कंपोनेंट्स) को बेचने के लिए 5 साल का समय दिया गया है।
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गांधीबाग उद्यान के बगल में स्थित सोख्ता भवन की इमारत अच्छी स्थिति में होने का दावा करते हुए कुछ महीने पहले गांधीबाग उद्यान बचाव संघर्ष समिति ने आरोप लगाया था कि जानबूझकर इस इमारत को वर्षों से डंपिंग यार्ड बनाया गया। समिति और नागरिकों ने यह कहकर भी तीव्र विरोध किया था कि प्रस्तावित संकुल में गांधीबाग उद्यान की कुछ जमीन जाएगी। हालांकि मनपा अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि शुरुआती नक्शे में सुधार किया गया है और उद्यान की जमीन की आवश्यकता नहीं होगी।






