नवराष्ट्र की स्वर दीपावली (सौजन्य-नवभारत)
Navrashtra Diwali Pahat: धनतेरस की पावन सुबह नागपुरवासियों के लिए संगीतमय रही। सिविल लाइंस स्थित चिटणवीस सेंटर में ‘दैनिक नवराष्ट्र’ द्वारा शनिवार को तीसरा ‘स्वर दीपावली’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उगते सूरज और आकाश में उड़ते पक्षियों के झुंड के साथ मराठी की समृद्ध संस्कृति को संजोए नवराष्ट्र द्वारा आयोजित दिवाली कार्यक्रम को नागरिकों का अभूतपूर्व प्रतिसाद मिला।
सूर्योदय से पहले ही नागरिक चिटणवीस सेंटर पहुंच गए थे। नागपुर के सांस्कृतिक इतिहास में लगातार गुणवत्तापूर्ण कार्यक्रम जोड़ने वाले दिवाली पहाट कार्यक्रम के प्रति गहरी रुचि उपस्थित लोगों की आंखों में साफ दिखाई दे रही थी। कार्यक्रम में कलाकारों और कवियों नागरिकों की सुबह को संगीतमय कर दिया।
स्वर दीपावली कार्यक्रम के दौरान कवि संकर्षण कऱ्हाडे, प्रतिभाशाली गायक अजीत परब, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता व गायिका बेला शेंडे और दमदार अभिनय के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता की गहरी समझ रखने वाले वरिष्ठ अभिनेता मकरंद अनासपुरे की भागीदारी ने कार्यक्रम को और भी समृद्ध बना दिया। एसएच एंटरप्राइजेज पुणे के समीर हम्पी ने अपनी जीवंत बातचीत, मधुर गीतों, सुरीली कविताओं और खुशनुमा कहानियों से इस अनोखे संगीत समारोह को और भी रंगीन बना दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत अजीत परब द्वारा गाए गए सार्थक गीत ‘हिच अमुची प्रार्थना अन हेच अमुचे मागणे’ से हुई। इसके बाद बेला शेंडे ने शारदास्तवन ‘तुझी मूर्त मनमंदिरी नित्य राहो’ प्रस्तुत किया। इसी के साथ ‘लाजून हसणे, जेव्हा तुझ्या बटांना, दिल का भवर, इस मोड से जाते है, राती अर्ध्या राती, मधुबन में राधिका नाचे रे, मला वेड लागले प्रेमाचे…’ ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इसके पश्चात ‘जाऊ द्या न घरी आता वाजले की बारा’ गीत पर लोगों के कदम थिरक पड़े। कार्यक्रम में गाए गए गीतों को दर्शकों ने खूब सराहा। संचालन एवं आभार प्रदर्शन श्वेता शेलगावकर ने किया। ओंकार देवस्कर, सागर लेमघरे, किशोर नारखेड़े, प्रथमेश लाड, राजेश साल्वी, प्रभा मोसमकर, वीरेंद्र पाटिल, संतोष पेडेकर ने गायकों का आर्केस्ट्रा पर साथ दिया। कार्यक्रम को गिफ्टिंग पार्टनर स्किनवेस्ट (इन्वेस्ट इन योर स्किन) द्वारा समर्थित किया गया था।
दर्शकों का सहयोग मिलता है, इसलिए दर्शकों की पहचान होती है। आभार व्यक्त करते हुए नाम फाउंडेशन के सदस्य और प्रसिद्ध अभिनेता मकरंद अनासपुरे ने कहा कि इसी आधार पर कलाकारों की स्थिति अटल होती है। इस अवसर पर उन्होंने अपने निर्माण की कहानियां, ‘गोष्टीतला शेतकरी’, ‘देता आधार का देऊ अंधार’ सुनाते हुए कहा कि अगर हममें धैर्य और दृढ़ता है, तो हम मनुष्य के रूप में अनुभव से समृद्ध होते हैं।
लोकनाट्य में ‘आबुराव बाबूराव’ का किरदार सहजता से निभाते हुए मकरंद अनासपुरे और संकर्षण कऱ्हाडे ने हास्य के जरिए दिल को छू लिया। कलाकारों ने बताया कि हमें हास्य की प्रेरणा पु. ल. के ‘हसवणूक’ से मिली। अगर आपकी अवलोकन क्षमता अच्छी है, तो आपको हमारी समृद्ध भाषा में हास्य समाया हुआ मिलेगा। अनासपुरे ने बातचीत के दौरान ‘हरणाचे वस्त्र’ यानी ‘रामायण’ और ‘वस्त्राचे हरण’ यानी ‘महाभारत’ का उदाहरण दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि चीनी घुल जाए तो ‘पाक’ बन जाती है या हिंदी में उच्चारण करने पर ‘चीनी’ कहना पड़ता है।
बेला शेंडे ने मराठी ग्लैमर गर्ल वर्षा उसगावकर की नकल करके दर्शकों को आनंदित किया। उनकी यह पंक्ति कि गीतों की उम्र नहीं होती, गीत शाश्वत होते हैं, कुछ गीत बैठकर गाए जाने पर भी खड़े हो जाते हैं, ने दर्शकों का दिल छू लिया। संकर्षण कऱ्हाडे ने नागपुर शहर पर एक सुंदर कविता ‘नागनदीच्या सभोवताली पूर माणुसकीचा, आशिष वर्षतो या शहरावरती गणेश टेकडीचा’ प्रस्तुत की, जो हास्य के माध्यम से आंखों में चमक और दिल को गुदगुदाती है।
नवभारत समूह के अध्यक्ष श्रीनिवास, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राहुल अभ्यंकर और कार्यकारी संपादक संजय तिवारी के हाथों कलाकारों और प्रायोजकों का सम्मान किया गया। सम्मान किए गए लोगों में रोकड़े ज्वेलर्स के राजेश और पारस रोकड़े, विठोबा के कार्तिक शेंडे, बटुकभाई के मोहित शेठ, पगारिया मार्ट के श्रेयस पगारिया, पारेख ब्रदर्स के हार्दिक पारेख और मातीश पारेख, द सुवर्ण महिला नागरी सहकारी पत संस्था लिमिटेड के मिलिंद जोशी, साईधाम बिल्डर्स के अमोल वैराले, बैद्यनाथ के डॉ. अर्चित कुमरवार, स्वागत बैंक्वेट हॉल के मोहन सावलानी, ऑक्सीग्रीन एग्रोटेक की शालिनी चौधरी और कमलकिशोर महाजन, सेंट्रल स्टार के रजत शेंडे, लक्ष्मी बाजार के विक्की, एचसीजी हॉस्पिटल की नीता राजवर, अंजनीकृपा के नरेंद्र जिचकार, मुदलियार इलेक्ट्रॉनिक की नंदिनी मुदलियार, श्री सिद्धेश्वर ग्रुप के सत्यजीत सरवटे, सुंदर बिस्किट के राहुल सहारे शामिल थे।
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कार्यक्रम बहुत ही सुंदर और उच्च गुणवत्ता वाला था। आज जब हंसी की सख्त जरूरत है, तो इस कार्यक्रम के कलाकारों ने हमें खूब हंसाया। हंसी से लोट-पोट कर दिया। कहानियां बहुत ही रोचक और मजेदार थीं। गाने भी बहुत ही शानदार थे।
इस कार्यक्रम के जरिए दैनिक नवराष्ट्र ने दर्शकों को बहुत खुशी दी। नवराष्ट्र की प्रगति बहुत सराहनीय है, इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने टीवी और सिल्वर स्क्रीन के कलाकारों को आगे लाया और दिवाली की खुशी को दोगुना कर दिया।
धनतेरस की ऐसी मधुर, शुभ सुबह ने हमारे पूरे परिवार का मन बहुत खुश कर दिया। हम सबने साथ बैठकर इस सुंदर कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया। नवराष्ट्र का शुक्रिया। आपकी वजह से हमारा दिन बन गया।
चूंकि मुझे कविता बहुत पसंद है और प्रमुख अभिनेता, कवि और लेखक संकर्षण कऱ्हाडे मेरे पसंदीदा हैं, इसलिए दैनिक नवराष्ट्र द्वारा प्रस्तुत इस काव्य और गायन कार्यक्रम, साथ ही हास्यपूर्ण उपाख्यानों ने मेरे दिल को छू लिया।
अत्यंत प्रतिभाशाली संकर्षण कऱ्हाडे, प्रतिभाशाली बेला शेंडे, अप्रतिम अजीत परब और हमेशा आकर्षक मकरंद अनासपुरे की उपस्थिति में दिवाली पहाट कार्यक्रम में शामिल होना वास्तव में खुशी की बात थी। यह कार्यक्रम आनंद मय रहा।