घोटाले का ‘शिक्षा से मयखाने’ तक कनेक्शन! (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: राज्यभर में चर्चा में रहे शिक्षक भर्ती और ‘शालार्थ आईडी’ घोटाले की जांच में अब सत्ता के गलियारों से जुड़े और परिवार द्वारा संचालित कई स्कूलों के नाम सामने आ रहे हैं। शिक्षा आयुक्त की ओर से जिन 1,056 शिक्षकों की नियुक्ति की जांच की जा रही है, उनकी सूची वायरल होने के बाद से खुलासा हुआ है कि वर्ष 2019 से 2025 के बीच सेवासदन प्राथमिक विद्यालय, केशवनगर प्राथमिक विद्यालय, नवयुग प्राथमिक विद्यालय, लोकमान्य प्राथमिक विद्यालय और मंजूषा कॉन्वेंट जैसी स्कूलों में सबसे ज्यादा फर्जी ‘शालार्थ आईडी’ तैयार की गईं और इनकी विधिवत कोई रिकॉर्ड भी नहीं है।
इस घोटाले की जांच सदर पुलिस और साइबर पुलिस कर रही है। अब तक इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि गुरुवार को साइबर पुलिस ने सागर भगोले और शिवदास ढवळे ऐसे दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार, शिवदास ढवळे शिक्षा उपसंचालक कार्यालय में कार्यरत हैं, जबकि सागर भगोले एक स्कूल में कर्मचारी हैं। हालांकि वह पूरी तरह से प्राथमिक शिक्षा विभाग के वेतन कक्ष में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था। सूत्रों के मुताबिक, उसके नाम पर कुछ स्कूलें और एक बार भी है, जिसकी चर्चा शिक्षा क्षेत्र में जोरों पर है।
अब तक इस फर्जी शिक्षक भर्ती और ‘शालार्थ आईडी’ घोटाले में कुल 7 अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। विभागीय शिक्षण मंडल के अध्यक्ष चिंतामण वंजारी की अध्यक्षता में गठित एक सदस्यीय समिति ने इस घोटाले की रिपोर्ट 12 फरवरी 2024 को शिक्षा आयुक्त को सौंपी थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि वेतन अधीक्षक नीलेश वाघमारे ने 580 शिक्षक और कर्मचारियों की फर्जी ‘शालार्थ आईडी’ तैयार कर उनके वेतन को मंजूरी दी। इसी आधार पर उन्हें 10 अप्रैल 2025 को निलंबित कर दिया गया।
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भंडारा ज़िले के एक स्कूल में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पराग पुंडके की मुख्याध्यापक पद पर नियुक्ति किए जाने की शिकायत मुन्ना वाघमारे ने नागपुर के सदर थाने में दर्ज कराई थी। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सदर पुलिस ने 11 अप्रैल को नागपुर के विभागीय शिक्षा उपसंचालक उल्हास नरड और मुख्याध्यापक पराग पुंडके को गिरफ्तार किया। इसके बाद नीलेश मेश्राम, संजय दुधाळकर और सूरज नाइक की भी गिरफ्तारी हुई।
इन गिरफ्तारियों के बाद साइबर पुलिस ने भी जांच शुरू की और महेंद्र म्हैसकर तथा राजू मेश्राम को गिरफ्तार किया। अब तक इस घोटाले में कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। साइबर पुलिस ने ‘शालार्थ आईडी’ घोटाले में उल्हास नरड और सूरज नाइक से पूछताछ की थी। अब गुरुवार को सागर भगोले और शिवदास ढवळे को हिरासत में लिया गया है। वहीं, पूर्व विभागीय शिक्षा उपसंचालक वैशाली जामदार को भी नोटिस जारी कर सदर पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया है।