नागपुर. चाकू से खुद को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रहे युवक को रोकते समय इंजीनियरिंग छात्र की जान चली गई. झटापटी में दोस्त ने छात्र की गर्दन पर ही चाकू घोंप दिया. उपचार मिलने से पहले ही उसकी मौत हो गई. यह घटना हुड़केश्वर थानांतर्गत विहीरगांव परिसर में हुई. मृतक पर्ल हेरिटेज निवासी शुभम प्रमोद करवड़े (25) बताया गया. पुलिस ने शुभम के भाई मनीष करवड़े (27) की शिकायत पर उसके दोस्त रोहित ज्ञानेश्वर खारवे (24) के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया. मनीष आईटी इंजीनियर है और निजी संस्थान में सॉफ्टवेयर डेवलपर है.
आरोपी रोहित पहले मनीष का छात्र था और दोनों की गहरी दोस्ती थी. मृतक शुभम भी बुलढाणा के इंजीनियरिंग कॉलेज में अंतिम वर्ष में शिक्षण ले रहा था. रोहित का परिवार प्रेमनगर झंडा चौक में रहता है. पिछले 2 वर्षों से रोहित अपने दोस्त मनीष के परिवार के साथ ही रह रहा था. करीब 1 सप्ताह पहले रोहित की नाबालिग बहन घर से लापता हो गई. शांतिनगर थाने में उसके अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई गई. तब से रोहित तनाव में था.
25 जनवरी की रात भी रोहित और मनीष प्रेमनगर गए थे. रात 10.45 बजे के दौरान घर लौटे. बहन की कोई खबर नहीं लगने से रोहित तनाव में था. उसके लापता होने के लिए खुद को जिम्मेदार मान रहा था. अचानक वह किचन में गया और सब्जी काटने का चाकू उठाकर खुद को खत्म कर लेने की बात करने लगा. घर में मौजूद मनीष और शुभम ने उसे रोकने का प्रयास किया. रोहित ने मनीष को जोरदार धक्का दिया, जिसकी वजह से उसका दीवार से टकराया. वह संभल पाता इसके पहले ही रोहित ने फिर खुद को चाकू मारने का प्रयास किया लेकिन शुभम उसे रोकने लगा. खुद को छुड़ाने के लिए रोहित हवा में चाकू लहराने लगा. तभी चाकू शुभम की गर्दन पर घुस गया और खून की धार लग गई.
रोहित और मनीष उसे पड़ोसी के ई-रिक्शा में निजी अस्पताल ले गए लेकिन वहां उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया गया. पश्चात मेडिकल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने जांच कर शुभम को मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही हुड़केश्वर की थानेदार शुभांगी देशमुख और सब इंस्पेक्टर प्रमोद खंडार मौके पर पहुंचे. पुलिस ने मनीष का बयान दर्ज कर रोहित के खिलाफ धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया. इस घटना से करवड़े परिवार गहरे सदमे में है. पुलिस के मुताबिक रोहित पारिवारिक सदस्य बनकर ही उनके साथ रह रहा था. मनीष की मां रोहित को अपना तीसरा बेटा मानती थी. उसे भी अपनी हरकत को लेकर अफसोस है लेकिन तैश में आकर उठाए गए गलत कदम से शुभम की जान चली गई.