
गोरेवाड़ा बैकवॉटर (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur News: हिन्दू धर्म के बड़े त्योहारों में से एक दिवाली के बाद अब श्रद्धालुओं ने छठ पूजा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। एक ओर जहां भक्तों में छठ पूजा को लेकर उत्साह है वहीं दूसरी ओर प्रशासन इस संबंध में गंभीर नजर नहीं आ रहा। छठ के दौरान भक्तों द्वारा नदी और तालाबों के किनारे पूजा कर सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इस संबंध में नागपुर महानगर पालिका की सुस्ती साफ नजर आ रही है।
छठ को केवल 3 दिन शेष रह गए हैं। ऐन छठ के मौके पर मनपा को गोरेवाड़ा बैक वॉटर की सफाई का खयाल आया। इसे लेकर छठ मनाने वालों के मन में रोष भड़का हुआ है। प्रशासन के लिए अब सफाई का काउंटडाउन शुरू हो गया है। 72 घंटों के भीतर प्रशासन को छठ पूजा स्थल को तैयार करना होगा। यदि प्रशासन इस कार्य में असफल रहा तो सैकड़ों श्रद्धालुओं के त्योहार पर पानी फिरने में देर नहीं लगेगी।
बता दें कि पश्चिम नागपुर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु छठ पूजा करते हैं। गोरेवाड़ा बैक वॉटर पर हर वर्ष बड़े उत्साह के साथ छठ पर्व मनाया जाता है। पुलिस लाइन तालाब को निर्माण कार्य के चलते बंद रखा गया है। ऐसे में छठ मनाने के लिए गोरेवाड़ा बैक वॉटर पश्चिमवासियों के लिए बड़ा सहारा है। सफाई देरी से शुरू होने के कारण सैकड़ों श्रद्धालुओं के मन में शंका पैदा हो गई है। लोगों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि सफाई कार्य छठ से पहले पूर्ण होगा या नहीं।
गुरुवार को जेसीबी और मैनपॉवर के साथ गोरेवाड़ा बैक वॉटर की सफाई कार्य किया गया। देर शाम तक पानी से मलबा निकालने और सफाई का कार्य जारी रहा। इस दौरान बैक वॉटर के किनारे मलबे का अंबार जमा हो गया और अपरंपार दुर्गंध फैल गई। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि नदी सफाई के लिए मनपा को कार्य की रफ्तार बढ़ानी होगी।
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छठ पूजा हिन्दू धर्म के बड़े त्योहारों में से एक है। छठ में महिलाएं निर्जला उपवास रखती हैं। ऐसे में छठ पूजा स्थल की पुख्ता व्यवस्था प्रशासन की जिम्मेदारी है। इस संबंध में प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा। यह सैकड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का विषय है।
गोरेवाड़ा बैक वॉटर पर हर वर्ष छठ पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाता है। ऐसे में छठ स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए पूजा करने की व्यवस्थाओं पर प्रशासन को पहले से ध्यान देना अनिवार्य है। इस ओर जिम्मेदार अधिकारियों को ध्यान देने की आवश्यकता है।






