ओरंगुटान बंदर (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur News: तस्करी के दौरान बरामद किए गए एक बंदर ‘ओरंगुटान’ को इंडोनेशिया वापस भेजने के प्रयास शुरू हो गए हैं। जामनगर स्थित ‘वनतारा’ के नाम से चर्चित ‘ग्रीन जूलॉजिकल, रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर’ ने इस संबंध में वन्यजीव अपराध नियंत्रण शाखा को एक पत्र लिखा है। नवंबर 2024 में वन विभाग ने कल्याण की एक इमारत से विदेशी वन्यजीवों की तस्करी का पर्दाफाश किया था।
तब कई विदेशी वन्यजीवों को जब्त किया गया। इनमें मुख्य रूप से उत्तरी और मध्य अफ्रीका में पाए जाने वाले 6 बॉल पाइथन, 1 गोल्डन चाइल्ड रेटिकुलेटेड अजगर, 1 छिपकली, 1 तीन धारीदार मड टर्टल, 1 इंडियन स्टार कछुआ और इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप और बोर्नियो के इंडोनेशियाई हिस्से में पाया जाने वाले 1 ओरंगुटान वानर शामिल था। कार्रवाई के बाद सभी जानवरों को गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया।
मार्च 2025 में वानर को ‘ग्रीन जूलॉजिकल, रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर’ भेज दिया गया। कई वन्यजीव प्रेमियों ने इस फैसले पर नाराजगी जताई। उन्हें डर था कि इस केंद्र में जाने के बाद जानवर अपने मूल निवास स्थान पर वापस नहीं लौटेगा।
हालांकि अब ‘ग्रीन जूलॉजिकल, रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर’ के निदेशक डॉ. बृजकिशोर गुप्ता ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण शाखा को पत्र लिखकर बताया है कि ‘ओरंगुटान’ की हालत अब स्थिर है और वह इंडोनेशिया वापस भेजे जाने के लिए पूरी तरह से स्वस्थ है। इस संदर्भ में उन्होंने स्थानांतरण प्रक्रिया के दिशानिर्देशों के अनुसार उसे इंडोनेशिया वापस भेजने के संबंध में मार्गदर्शन का अनुरोध किया है।
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पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि हम केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और संबंधित वन्यजीव अपराध नियंत्रण शाखा द्वारा जारी सभी निर्देशों का पूरी तरह से पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही आवश्यक प्रक्रियाओं को सुगम बनाने में पूरा सहयोग करेंगे। ऐसे में संकेत मिले हैं कि ‘ओरंगुटान’ जल्द ही अपने घर इंडोनेशिया लौट जाएगा।