
कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)
नागपुर: महाराष्ट्र परीक्षा परिषद के माध्यम से 10 नवंबर को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) आयोजित की जा रही है। परीक्षा के बाद उत्तीर्ण विद्यार्थियों का परिणाम प्रमाणपत्र अब परिषद द्वारा नहीं बल्कि स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से दिया जाएगा। दरअसल, प्रमाणपत्रों की ‘बोगसगिरी’ रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही प्रश्न पत्रिका तैयार करने व ओएमआर उत्तरपत्रिका बनाने वाली संस्था भी स्वतंत्र रहेगी। शालेय शिक्षा विभाग ने 2013 से शिक्षक पात्रता हेतु टीईटी को अनिवार्य किया है।
परीक्षा में भले ही पूरी पारदर्शिता बरती जाती हो, लेकिन बोगस प्रमाणपत्र हासिल करने की अनेक घटनाएं सामने आईं। इस तरह की घटनाओं के बाद प्रशासन को प्रमाणपत्रों की पड़ताल करना पड़ा था। भविष्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी को ध्यान में रखते हुए अब प्रश्न पत्रिका तैयार करने वाली संस्था, ओएमआर उत्तर पत्रिका बनाने वाली संस्था तथा प्रमाणपत्र देने वाली संस्था स्वतंत्र कर दी गई है। यह सभी संस्थाएं गोपनीय होंगी।
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इसके अलावा टीईटी के सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी अनिवार्य रूप से लगाए जाएंगे। परीक्षा की संपूर्ण रिकॉर्डिंग रहेगी। परीक्षा केंद्रों में प्रत्येक परीक्षार्थियों की मेटल डिटेक्टर द्वारा जांच की जाएगी। फिलहाल परीक्षा के मद्देनजर तैयारी पूरी की जा रही है। करीब ढाई लाख से अधिक उम्मीवार इस परीक्षा में शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि शिक्षक की पात्रता हेतु टीईटी को अनिवर्य किया गया है। इसके लिए गणित (विज्ञान शाखा), समाजशास्त्र (कला शाखा) विषय के पेपर उत्तीर्ण होना आवश्यक है। परीक्षा में डीएड-बीएडधारक विद्यार्थी शामिल होते हैं।
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बता दें कि टीईटी परीक्षा दो पेपर (पेपर-1, पेपर-2) के लिए दो पालियों में होंगे। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक तो दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 4.30 बजे तक आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र 28 अक्टूबर 2024 को जारी किए जाएंगे।






