कोलार नदी पर पुल (सौजन्य-नवभारत)
Kolar River: नागपुर जिले के खापरखेड़ा संभाग में कामठी और सावनेर तहसील के दो पुराने गांव खापरी और चिचोली, कोलार नदी के दो किनारों पर बसे हुए हैं। हालांकि दोनों गांवों की बीच की सीधी दूरी मात्र 500 मीटर है, फिर भी कोलार नदी पर पुल न होने के कारण खापरी के नागरिकों को लगभग 4 किलोमीटर का चक्कर लगाकर आवश्यक सुविधाएं प्राप्त करनी पड़ती हैं।
खापरखेड़ा में स्कूल, कॉलेज, बैंक, पोस्ट ऑफिस, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और निजी अस्पताल जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। चिचोली में साप्ताहिक बाजार लगता है, जिसका लाभ खापरी के लोग नहीं उठा पाते। बरसात के दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, खासकर छात्रों और मरीजों के लिए। 25 वर्ष पूर्व चिचोली ग्राम पंचायत ने पुल निर्माण की मांग को लेकर आमसभा में प्रस्ताव पास किया था।
वह प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को भेजा भी गया, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। अंग्रेजों के जमाने से चल रही यह मांग आज भी कागजों में ही सिमटी हुई है। भाजपा ओबीसी जिला महामंत्री विलास महल्ले ने हाल ही में राज्य के राजस्व मंत्री और नागपुर जिला पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कोलार नदी पर पुल निर्माण की मांग की गई और मंत्री ने इस पर सकारात्मक आश्वासन भी दिया।
खापरी गांव चंद्रशेखर बावनकुले राजस्व मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में और चिचोली गांव डॉ. आशिष देशमुख विधायक के क्षेत्र में आते हैं। दोनों ही जनप्रतिनिधि राज्य और केंद्र सरकार में प्रभावशाली स्थान रखते हैं, जिससे नागरिकों को उम्मीद है कि पुल निर्माण के लिए आवश्यक मंजूरी जल्द दिलाई जा सकती है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि, राजनीतिक इच्छाशक्ति और प्राथमिकता हो तो पुल निर्माण कोई कठिन काम नहीं है। लेकिन अब तक यह केवल आश्वासन और प्रस्तावों तक ही सीमित है।
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खापरी और चिचोली के नागरिकों की मांग है कि, राजस्व मंत्री बावनकुले और विधायक डॉ. देशमुख को इस विषय को गंभीरता से लेना चाहिए। जल्द से जल्द कोलार नदी पर पुल निर्माण की मंजूरी दिलाई जाए, ताकि नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं सुलभ हों।
जब सिर्फ 500 मीटर की दूरी तय करने में 4 किलोमीटर लगते हों, तो यह विकास नहीं, विफलता है। अब देखना यह है कि, क्या शासन इस गंभीर समस्या पर ध्यान देगा? क्या खापरी और चिचोली गांव को जोड़ने वाला पुल वास्तव में बनेगा? और सबसे बड़ा सवाल यह पुल कब बनेगा?