
बालासाहेब थोरात ( सोर्स: सोसल मीडिया )
Ahilyanagar Political News: एक जैसी सोच वाले लोगों को एक साथ आना चाहिए, ऐसा कहते हुए कांग्रेस नेशनल वर्किंग कमेटी के सदस्य और लोकनेते बालासाहेब थोरात ने कहा कि हर पार्टी को अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में BJP इस समय गैर-लोकतांत्रिक राजनीति कर रही है, जो आम लोगों के हित में नहीं है। अगर BJP को हराने के लिए समान विचारधारा वाले दल साथ आ रहे हैं, तो उन्हें एक-दूसरे को साथ लेना चाहिए।
बालासाहेब थोरात नई दिल्ली में कांग्रेस नेशनल वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल होने आए थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की। थोरात ने कहा कि मनरेगा (MNREGA) एक ऐसी योजना है, जो गरीब लोगों को लगातार रोजगार देती है। इस योजना का नाम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर रखा गया है। इस योजना से गांधीजी का नाम हटाना या बदलना एक गलत रवैया है।
थोरात ने कहा कि महात्मा गांधी मानवतावादी थे और पूरी दुनिया के लिए इंसानियत के रोल मॉडल हैं। उनका नाम बदलने का उद्देश्य समझ से परे है। मनरेगा की मूल भावना और स्वरूप भी बदल दिया गया है। वास्तव में, यह योजना UPA चेयरपर्सन सोनिया गांधी और तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य गरीबों को रोजगार देना था। यदि इसे सही तरीके से लागू किया जाए, तो यह योजना गांवों की तस्वीर बदलने की ताकत रखती है।
उन्होंने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि वह आम आदमी के हितों के बारे में नहीं सोचती, बल्कि यह मानती है कि पैसों के दम पर सब कुछ खरीदा जा सकता है। ऐसी सोच के खिलाफ लड़ने के लिए अगर समान विचारधारा वाले लोग एक साथ आते हैं, तो उन्हें साथ आना ही चाहिए।
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थोरात ने कहा कि कांग्रेस की सफलता लोकतंत्र की वजह से है। हाल ही में राज्य में हुए नगर निकाय चुनावों में सत्ताधारी BJP ने पैसे और सत्ता का दुरुपयोग किया, इसके बावजूद कांग्रेस को स्पष्ट सफलता मिली। कांग्रेस की यह जीत लोकतंत्र की जीत है।
थोरात ने कहा कि महाराष्ट्र प्रगतिशील विचारों वाला राज्य है। उन्होंने समान विचारधारा वाली पार्टियों से महाराष्ट्र के विकास के लिए एकजुट होने की अपील की। उन्होंने भरोसा जताया कि वरिष्ठ नेता सांसद शरद चंद्र पवार प्रगतिशील और गांधीवादी विचारधारा वाले हैं और वे इस मुद्दे पर सही फैसला लेंगे।






