डीएसपी पूजा पांडे (pic credit; social media)
Seoni Hawala Scam: सिवनी में हवाला कांड ने पूरे पुलिस महकमे को हिला दिया है। डीएसपी पूजा पांडे समेत 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने हवाला के पैसों में से आधा हिस्सा खुद हड़प लिया। मामला अब राज्य स्तर पर सुर्खियों में है और डीजीपी कैलाश मकवाना ने खुद जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
दरअसल, कटनी से महाराष्ट्र के जालना जा रही एक कार में हवाला के पैसों की बड़ी खेप होने की जानकारी सिवनी पुलिस को मिली थी। एनएच-44 पर शीलादेही बायपास के पास डीएसपी पूजा पांडे की अगुवाई में बंडोल थाना प्रभारी अर्पित भैरम और उनकी टीम ने वाहन को रोका। तलाशी में कार सवार सोहनलाल परमार और उसके साथी से करीब 1.45 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। बताया गया कि यह रकम हवाला के जरिए नागपुर ले जाई जा रही थी।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। आरोप है कि बरामद की गई राशि दरअसल 2.96 करोड़ रुपये थी। पीड़ितों का दावा है कि पुलिस ने आधी रकम अपनी जेब में डाल ली और बाकी की ही जब्तगी दर्ज की। यही नहीं, ड्राइवर और उसके साथियों के साथ मारपीट भी की गई। उन्हें धमकाया गया और बाद में भगाया गया।
पीड़ितों ने पूरी घटना की शिकायत सिवनी एसपी सुनील मेहता से की। जांच में मामला गंभीर निकला, जिसके बाद डीजीपी ने सख्त एक्शन लेते हुए पूजा पांडे सहित 9 पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित कर दिया।
मामले ने पूरे पुलिस विभाग की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक तरफ प्रदेश सरकार पारदर्शिता और सख्ती की बात करती है, वहीं दूसरी ओर वर्दीधारी ही कानून तोड़ते दिखे। हवाला जैसे बड़े नेटवर्क में पुलिस की मिलीभगत की संभावना ने खुफिया एजेंसियों की भी नींद उड़ा दी है।
फिलहाल पुलिस मुख्यालय ने जांच के लिए विशेष टीम गठित कर दी है। सिवनी जिले से लेकर भोपाल तक पुलिस अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या यह सिर्फ एक टीम का मामला है या फिर हवाला रैकेट में कहीं और भी वर्दीधारियों का हाथ है?जांच जारी है, लेकिन इतना तय है कि इस हवाला कांड ने पुलिस की ईमानदारी पर बड़ा धब्बा लगा दिया है।