संजय राउत (सौजन्य-एक्स)
मुंबई: भारत सरकार ने शनिवार को ऑपरेशन सिंदूर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने भारत की चिंताओं को प्रभावी ढंग से रखने का संकल्प लिया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी ने सीमा पार आतंकवाद और ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई को प्रदर्शित करने के लिए प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल के 7 समूह बनाया। इन समूहों के अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस के शशि थरूर को नियुक्त किया गया। इस पर संजय राउत ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।
आतंकवाद के खिलाफ भारत के वैश्विक आउटरीच के हिस्से के रूप में प्रमुख भागीदार देशों के दौरे पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर, शिव सेना (यूबीटी) नेता संजय राउत कहते हैं, “यह एक पर्यटन कार्यक्रम में बदल रहा है। ऑपरेशन सिन्दूर और आतंकवाद के नाम पर, उन्होंने मूल रूप से एक टूर और ट्रैवल कंपनी खोली है। अभी इसकी कोई आवश्यकता नहीं है।”
Mumbai, Maharashtra: On the all-party delegation visiting key partner countries as part of India’s global outreach against terrorism, Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut says, “This is turning into a tourism program. In the name of Operation Sindoor and terrorism, they’ve… pic.twitter.com/n3RaBjEZOf
— IANS (@ians_india) May 18, 2025
आतंकवाद के खिलाफ भारत के वैश्विक अभियान के तहत प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, “भाजपा इस मामले का भी राजनीतिकरण कर रही है। यह सही नहीं है। आप विपक्ष का समर्थन चाहते हैं, लेकिन साथ ही आप इस मुद्दे पर विपक्ष को विभाजित करना चाहते हैं। यह पूरी तरह से गलत है। सबसे पहले, इस तरह के प्रतिनिधिमंडल को भेजने की कोई जरूरत नहीं थी। क्या जरूरत थी?”
आतंकवाद के खिलाफ भारत के वैश्विक अभियान के तहत प्रमुख साझेदार देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी।
Mumbai, Maharashtra: On the all-party delegation visiting key partner countries as part of India’s global outreach against terrorism, Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut says, “The BJP is politicizing this matter as well. This is not right. You want the opposition’s support, but… pic.twitter.com/6ZeMkDfVse
— IANS (@ians_india) May 18, 2025
संजय राउत ने विपक्ष की मांग को रखते हुए कहा, “विपक्ष ने कश्मीर और ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष सत्र की मांग की थी। आप वह सत्र आयोजित नहीं करने जा रहे हैं। सत्र के बाद प्रतिनिधिमंडल को भेजना चाहिए था। शिवसेना यूबीटी के 9 सदस्य लोकसभा में सदस्य है। तृणमूल कांग्रेस के लगभग 35 सदस्य, सपा के 40 सदस्य, लालू यादव के 4-5 सदस्य है। लेकिन हमसे किसी ने नहीं कि आप अपनी ओर से किसी को भेजना चाहते है। सर्वदलीय की बात कर रहे है तो सभी को लेकर जाना चाहिए। कश्मीर नहीं जा रहे है दुनिया में घुमाना चाहते है। ”
उद्धव-राज की युति को मिला आदित्य का सपोर्ट, परिवार एक होने के दिए संकेत
संजय राउत ने कहा कि सरकार नौटंकी कर रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया में और भी युद्ध हुए है, इजराइल और गाजा का युद्ध हुआ है। लेकिन किसी ने भारत में प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा। इस पर संजय राउत ने सरकार की आलोचना की।
जानकारी दें, कि सरकार ने 7 समूहों का नेतृत्व करने के लिए 7 सासंदों को नियुक्त किया है। इनमें महाराष्ट्र से शिवसेना से उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे और एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार की बेटी सांसद सुप्रिया सुले का नाम भी शामिल किया गया है। इसके अलावा कांग्रेस से शशि थरूर, भाजपा से रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, जेडीयू से संजय कुमार झा, डीएमके से कनिमोझी करुणानिधी को चुना गया है।