
पृथ्वीराज चौहान और हरदीप सिंह पुरी (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया कि यौन शोषण के आरोपी रहे जेफरी एपस्टीन ने वर्ष 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग आयोजित कराने में भूमिका निभाई थी। ट्रंप के सलाहकार एपस्टीन के पास गए क्योंकि वह मोदी से मिलना चाहते थे।
चव्हाण ने यह भी दावा किया कि एपस्टीन के ईमेल में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी (तब अमेरिकी राजदूत) का जिक्र है। पूर्व सीएम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया है कि जेफरी एपस्टीन ने एक सीनियर अमेरिकी अधिकारी और पीएम मोदी के बीच बैठक की व्यवस्था करने के लिए मध्यस्थता की थी।
उन्होंने कहा कि एपस्टीन, जो बच्चों के यौन शोषण और ह्युमन ट्रैफिकिंग जैसे गंभीर अपराधों में शामिल था, उसके और पीएम मोदी के बीच रिश्ते की असलियत क्या है। इस पर सरकार को अपना पक्ष साफ करना चाहिए। अमेरिका में बच्चों के यौन शोषण के मामलों से जुड़ी एपस्टीन की फाइलें सार्वजनिक हो गई हैं।
चव्हाण ने दावा किया कि एपस्टीन के ईमेल में पीएम मोदी का नाम है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस समय के सलाहकार स्टीव बैनन ने ईमेल के जरिए एपस्टीन से कहा कि वे भारत के प्रधानमंत्री से मिलना चाहते है। एपस्टीन ने कहा कि, वह मीटिंग अरेंज करने की कोशिश करेंगे, कुछ दिनों बाद, एपस्टीन ने चैनन को फिर से ईमेल किया और बताया कि मोदी मिलने के लिए तैयार है।
चव्हाण ने सवाल किया है कि आखिर यौन शोषण और ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे गंभीर आपराधों में शामिल आरोपी के साथ पीएम मोदी का असल में क्या रिश्ता था। बड़ा सवाल यह है कि सेक्स स्कैंडल में आरोपी व्यक्ति भारत के प्रधानमंत्री से मिलने का समय कैसे अरेंज कर सकता है।
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सरकार को इन सवालों का जवाब जनता को देना चाहिए। चव्हाण ने यह भी दावा किया कि, पीएम मोदी के अलावा इन फाइलों में दूसरे बड़े भारतीय लोगों के नाम भी शामिल है। एक ईमेल में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी का नाम मिला है। इन डॉक्यूमेट्स में एक पूर्व सासद और बड़े बिजनेसमैन अनिल अंबानी का नाम भी है। साथ ही अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के एक अमीर व्यक्त्ति का भी नाम शामिल है।






