
वोटर लिस्ट (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Mumbai News In Hindi: आगामी नगर निगम चुनावों के लिए ड्राफ्ट वोटर लिस्ट (प्रारूप मतदाता सूची) में गलतियों को सुधार कर प्रकाशित करने की तिथि राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने तीसरी बार आगे बढ़ाई है।
पहले यह लिस्ट 27 नवंबर को प्रकाशित करनी थी, लेकिन इसे आगे बढ़ाकर 5 दिसंबर किया गया और उसके बाद 10 दिसंबर और फिर अब 15 दिसंबर कर दिया गया है। चुनाव आयोग में टेंशन साफ दिखाई दे रही है, क्योंकि बीएमसी सहित कई नगर निगम ने तिथि आगे बढ़ाने की गुहार लगाई थी। ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में सबसे बड़ी चुनौती डुप्लीकेट वोटर्स (दोहरे मतदाता) को लेकर है।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग की तरफ बीएमसी को सौंपी गई सूची में 11 लाख एक हजार 505 डुप्लीकेट वोटर्स हैं। इनमें से अब तक बीएमसी केवल दो लाख 25 हजार वोटर्स को ही चिंहित कर पाई है, यानी साफ है कि अभी 8 लाख 76 हजार 437 वोटर्स वोटर्स का चिन्हीकरण का काम बाकी है। समय की सुई लगातार आगे बढ़ रही है और बीएमसी कर्मचारियों पर लोड अधिक बढ़ रहा है।
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी जोशी ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि बीएमसी के ए से लेकर पी वार्ड में एक बार से अधिक नाम आने वाले मतदाताओं की संख्या 2 लाख 25 व्हजार है, जिसमे से 41 हजार 57 ही डुप्लीकेट वोटर्स है और बाकियों का नाम समान है।
ऐसे में बाकी बचे 8 लाख से अधिक वोटर्स में से डुप्लीकेट वोटर्स की पहचान अगले दिनों में हो जाएगी, वहीं बीएमसी सूत्रों की माने तो डुप्लीकेट वोटर्स का पता लगाने का कार्य चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने बताया कि ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पर विभिन्न वाडों को मिलाकर कुल 11 हजार 497 आपत्तिया व सुझाव प्राप्त हुए थे। इनमें से 10 हजार 668 मामलों का निपटारा कर लिया गया है। इनमें से 829 आपत्तियां डुप्लीकेट मतदाताओं से जुड़ी थी।
दोहरे नामों की पुष्टि के लिए घर-घर जाकर सत्यापन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी, इसके लिए मतदान केंद्र स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) तथा चुनावी कार्य से जुड़े विभागीय कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की गई है।
– अश्विनी जोशी (बीएमसी अतिरिक्त आयुक्त)
अश्विनी जोशी ने बताया कि दोहरे नामों की पुष्टि के लिए घर-घर जाकर सत्यापन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इसके लिए बीएलओ तथा चुनावी कार्य से जुड़े विभागीय कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। यदि किसी मतदाता के घर पर उपलब्ध न होने की स्थिति में, उसके आवास पर नोटिस चिपकाकर वार्ड कार्यालय से संपर्क करने का अनुरोध किया जाएगा। इस अवसर पर सह आयुक्त (करनिर्धारण व संकलन) विश्वास शंकरवार और सहायक आयुक्त डॉ। गजानन बेल्लाले भी उपस्थित रहे।
7 से 19 से सभी 26 प्रशासकीय विभागों में प्राप्त आपत्तियों एवं सुझावों के निपटारे के लिए संबंधित वाडों के सहायक आयुक्तों को प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है। ड्राफ्ट वोटर्स लिस्ट पर निर्णय दिए जाने के बाद अब अंतिम मतदाता सूची को ध्यान में रखते हुए ‘कंट्रोल चार्ट’ तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
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उन्होंने बताया कि जिन प्रभागों में 100 से अधिक मतदाताओं का नाम एक वार्ड से दूसरे वार्ड में दर्ज हुआ हैं, वहां गूगल मैप पर निर्धारित वार्ड सीमा के अनुसार घर, इमारत, चॉल या वसाहत की त्वरित स्थल-पड़ताल के निर्देश परिमंडलीय सह आयुक्तों और उपायुक्तों को दिए गए हैं। इसके साथ ही संबंधित प्रमाणपत्र और फोटो भी जमा करना आवश्यक होगा।






