फाइल फोटो (साेर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: लोकसभा चुनाव में बीजेपी नीत महायुति के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण सकते में आई महाराष्ट्र की महायुति सरकार अब विधानसभा चुनाव के लिए फूंक-फूंक कर कदम आगे बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में निरंतर कैबिनेट बैठकों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें राज्य सरकार लगातार लोकलुभावन निर्णय ले रही है। बीते एक सप्ताह में दो बार (सोमवार व शुक्रवार) कैबिनेट बैठक बुलाकर 75 से अधिक निर्णय लेने वाली महाराष्ट्र सरकार की गुरुवार को एक बार फिर से कैबिनेट बैठक बुलाई गई है।
ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि सीएम शिंदे के नेतृत्ववाली मौजूदा महायुति सरकार की यह आखिरी कैबिनेट बैठक हो सकती है। क्योंकि 12 अक्टूबर को दशहरा के बाद कभी भी चुनावी आचार संहिता लागू की जा सकती है। विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी महायुति सरकार विधानसभा चुनाव से पहले हर वर्ग को अपने साथ जोड़ने का हर संभव प्रयास कर रही है।
बीते सोमवार को मराठा आरक्षण पर शिंदे समिति की दूसरी और तीसरी रिपोर्ट को मंजूरी देने तथा देसी गायों को ‘राज्यमाता’ घोषित करने जैसे 38 बड़े फैसले करने के बाद सरकार ने शुक्रवार को राज्य का गैर कृषि (एनए) कर्ज पूरी तरह माफ करने एवं जैन, बौद्ध, बारी, तेली, हिंदू खटीक, लोनारी समाज के लिए महामंडल आदि की घोषणा सहित करीब 41 बड़े फैसले लिए थे।
यह भी पढ़ें:– खामगांव विधानसभा सीट : BJP के आकाश को तीसरी बार मिलेगा सिंहासन या फिर कांग्रेस तलाशेगी कुर्सी की ज़मीन
अब खबर आ रही है कि सरकार गुरुवार को एक बार फिर से कैबिनेट बैठक बुलाई है। सूत्रों का दावा है कि नवंबर में होनेवाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को देखते हुए सरकार गुरुवार की बैठक में कई और बड़े निर्णय ले सकती है।
गौरतलब हो कि 26 नवंबर को मौजूदा महाराष्ट्र सरकार का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। अपने तीन दिवसीय मुंबई दौरे के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मुंबई में आयोजित पत्रकार परिषद में दावा किया था कि 26 जून से पहले राज्य में नई सरकार का गठन हो जाएगा। इस लिहाज से संभावना व्यक्त की जा रही है कि चुनाव आयोग दशहरे के बाद राज्य में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम एवं आचार संहिता का कभी भी ऐलान कर सकता है।
यह भी पढ़ें:– हरियाणा के नतीजों से महायुति उत्साहित, प्रफुल्ल पटेल ने अजित पवार को लेकर किया बड़ा ऐलान