सायन का राजा (pic credit; social media)
Maharashtra News: गणेशोत्सव सिर्फ भक्ति और उत्सव का नहीं, बल्कि समाजसेवा का भी पर्व है। इसका जीता-जागता उदाहरण सायन कोलीवाड़ा का सरदारनगर सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल है, जिसे इलाके में ‘सायन का राजा’ कहा जाता है। श्रद्धालुओं के दान से प्राप्त राशि का इस्तेमाल मंडल जरूरतमंदों और गरीबों की मदद के लिए करता है।
मंडल हर साल सायन अस्पताल को विभिन्न चिकित्सा सामग्री उपलब्ध कराता है। इसके साथ ही गरीब मरीजों के इलाज का खर्च उठाकर उन्हें जीवनदान देने जैसा काम करता है। यही नहीं, मंडल गरीब छात्रों को निःशुल्क पुस्तकें उपलब्ध कराता है और कक्षा 5 से स्नातक स्तर तक के मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी करता है।
1959 में स्थापित यह मंडल इस साल 67वां गणेशोत्सव मना रहा है। वर्षों से यह मंडल सिर्फ पूजा-अर्चना तक सीमित न रहकर समाज में एकता और समरसता का संदेश देता आया है। मंडल के कोषाध्यक्ष राजेश सावंत और सचिव रॉबिन कुमार शिवशंकर के मुताबिक, इस उत्सव का उद्देश्य हर जाति और धर्म को साथ लेकर चलना है। मंडल में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समाज के लोग मिलकर आयोजन करते हैं।
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गणेशोत्सव के अलावा, मंडल ने हमेशा जरूरत पड़ने पर समाज की सेवा की है। 26 जुलाई को मुंबई में आई भीषण बारिश के दौरान प्रतीक्षा नगर में जब पानी भर गया था, तब मंडल के कार्यकर्ताओं ने बाढ़ प्रभावित लोगों को भोजन उपलब्ध कराया।
कोरोना काल में भी मंडल ने सराहनीय पहल की। उस समय जरूरतमंदों को मुफ्त एम्बुलेंस सेवा देकर उन्हें अस्पताल पहुंचाने का काम किया गया। साथ ही स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर नागरिकों की सेहत का ख्याल रखा गया। सायन का यह गणेशोत्सव मंडल आज इलाके के लिए सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि समाज के लिए एक सच्चा सहारा बन चुका है।