अंतर्राष्ट्रीय बांस दिवस (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mumbai News: जलवायु परिवर्तन के संकट को रोकने, मानव जाति को बचाने के लिए जन जागरूकता बढ़ाने तथा अंतरराष्ट्रीय बांस दिवस के उपलक्ष्य में महाराष्ट्र सरकार के महाराष्ट्र परिवर्तन संस्थान (मित्रा) एवं फीनिक्स फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में मुंबई में दो दिवसीय बांस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। यह बांस सम्मेलन 18 और 19 सितंबर 2025 को मुंबई के यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान सभागार में आयोजित किया जाएगा।
राज्य कृषि मूल्य आयोग के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पर्यावरण सतत विकास कार्य बल के कार्यकारी अध्यक्ष पाशा पटेल ने सम्मेलन के बारे में जानकारी देने के दौरान विश्वास व्यक्त किया कि “बांबू फॉर पीपल, प्लॅनेट अँड प्रॉस्पेरिटी : ग्रीन गोल्ड, ग्रीन एनर्जी, ग्रीन अर्थ” ऐसी संकल्पना के साथ आयोजित किए जा रहा यह दो दिवसीय सम्मेलन पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को एक नई दिशा प्रदान करेगा। पाशा पटेल ने कहा कि आज पृथ्वी अभूतपूर्व पर्यावरणीय संकटों का सामना कर रही है।
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19 Sep 2025 | 9:30 AM–5:00 PM
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जलवायु परिवर्तन के कारण जंगल की आग, बादल फटने, बाढ़ और लू जैसी आपदाओं की घटनाओं में वृद्धि हुई है। बांस एक ‘कल्पवृक्ष’ है और कार्बन अवशोषण, वनों की कटाई को रोकने और जैव ईंधन के उत्पादन में उपयोगी है। पाशा पटेल ने कहा कि यह सम्मेलन महाराष्ट्र सरकार के महाराष्ट्र परिवर्तन संस्थान (मित्रा) और फीनिक्स फाउंडेशन, लोदगा, जिला लातूर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी उपस्थित रहेंगे।
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उन्होंने यह भी कहा कि बांस सम्मेलन महाराष्ट्र को बांस की राजधानी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुंबई के यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान सभागार में आयोजित इस सम्मेलन में देश और राज्य भर से विशेषज्ञों, विद्वानों, वैज्ञानिकों, उद्यमियों, किसानों और नीति निर्माताओं को आमंत्रित किया गया है। इसमें मानव जाति के अस्तित्व पर महत्वपूर्ण चर्चाएं होंगी। इसमें बांस से लेकर इथेनॉल, मेथेनॉल, थर्मल के लिए बांस के फूस, लोहा, कोयला, लकड़ी, फर्नीचर, बांस के कपड़े, कौशल, पर्यावरण, प्लास्टिक मुक्ति जैसे कई उद्योगों के सतत विकास की ओर बढ़ने की उम्मीद है। शहरी वन, ऑक्सीजन पार्क, ग्रीन बिल्डिंग जैसे कई नवाचार इस सम्मेलन से सामने आएंगे।