
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोसल मीडिया)
Sambhajinagar Municipal Corporation Hindi News: मनपा चुनाव का बिगुल बज गया है। 15 जनवरी को मराठवाड़ा में छत्रपति संभाजीनगर संग 5 मनपाओं में कुल 396 नगरसेवक चुनने के लिए मतदान होगा।
इनमें प्रमुख रूप से छत्रपति संभाजीनगर मनपा के 29 प्रभागों के सर्वाधिक 115 के अलावा नांदेड़ में 81, लातूर में 70, जालना व परभणी में क्रमश 65-65 नगरसेवक चुने जाएंगे। जीत हासिल करने के लिए महायुति व महाविकास आघाड़ी में रस्साकशी रहेगी।
बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के अलावा पूर्व विधायकों कैलाश गोरंट्याल व सुरेश वरपुड़कर के भाजपा का दामन थामने से सत्ता बनाए रखने की चुनौती कांग्रेस के सामने है।
छत्रपति संभाजीनगर में अविभाजित शिवसेना व भाजपा क्रमशः 29 व 23 नगरसेवकों संग 2020 तक सत्ता में रही। शिवसेना में बिखराव व अधिकांश नगरसेवकों के शिंदे सेना में जाने के बाद उबाठा को अच्छे प्रदर्शन की चिंता सता रही है। पिछले चुनाव में एमआईएम के 25 नगरसेवक जीते थे और वह विपक्ष में थी।
जालना मनपा का पहली बार चुनाव हो रहा है। कुल 16 प्रभागों से कुल 65 नगरसेवक चुने जाएंगे। नपा के समय पहले यह संख्या 61 थी। प्रभाग क्रमांक 1 में सर्वाधिक 5 जबकि शेष 15 प्रभागों से 4-4 नगरसेवकों का निर्वाचन होगा।
निर्वाचन आयोग के कार्यक्रमानुसार अंतिम मतदाता सूची के अनुसार, 16 प्रभागों में में कुल 2,45,929 मतदाता पंजीकृत हैं। पूर्व विधायक कैलाश गोरंट्याल के भाजपा प्रवेश से कांग्रेस के सामने मनपा की सत्ता बनाए रखने की चुनौती है।
लातूर मनपा के कुल 18 प्रभागों में 70 नगरसेवक चुने जाएंगे। 1 प्रभागों में से 1 से 16 प्रभागों में कुल 4-4, 17 व 18 प्रभागों में 3-3 प्रत्याशी किस्मत आजमाएंगे। पहले मनपा कांग्रेस व राकां के 37 व भाजपा के 33 सदस्य चुने गए थे।
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पहले भाजपा व बगावत के बाद कांग्रेस सत्ता में आई व विक्रांत गोजमगुंडे महापौर व चंद्रकांत बिराजदार उपमहापौर बने। जीत के लिए कांग्रेस विधायक अमित देशमुख की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी।
नांदेड़ मनपा में पिछले चुनाव के समय पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण कांग्रेस में थे व पार्टी 69 सीटें जीती थीं। भाजपा को 6, शिवसेना 1 व निर्दलीय ने 1 सीट जीती थी। अब चव्हाण के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस को सत्ता बनाए रखने की चुनौती बनी हुई है।






