कार पर काले शीशे (सौजन्य-नवभारत)
Gondia News: सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद पूरे देश में वाहनों पर काली फिल्म लगाने पर सख्त पाबंदी है। लेकिन आज भी जिले की सड़कों पर काली फिल्म वाले वाहन सड़क पर दौड़ रहे है। इन वाहनों का दुरुपयोग भी किया जाता था। इस नियम का पालन न करने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई की जा रही है। गोंदिया जिला यातायात पुलिस ने पिछले 9 महीनों में अभियान चलाकर 10 वाहन चालकों पर कार्रवाई की और उनसे 5 हजार रु. का जुर्माना वसूला।
वर्ष 2012 में सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक निर्णय देते हुए वाहनों पर काली फिल्म या गहरे रंग के शीशे लगाने पर प्रतिबंध लगाया था। कोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि इस तरह की फिल्म सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा है। कई बार अपराधी इस सुविधा का इस्तेमाल कर अपराध को अंजाम देते हैं और दुर्घटनाओं की जांच में भी बाधा आती है। 2013 से ही महाराष्ट्र में इस नियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। जिला पुलिस ने जनवरी से सितंबर 2025 के बीच लगातार अभियान चलाया। जनवरी से सितंबर तक कुल 10 काली फिल्म वाली वाहनों पर कार्रवाई की गई।
काली फिल्म लगाने के पीछे दो प्रमुख कारण बताए जाते हैं। गर्मी से बचाव और गोपनीयता। लेकिन इसी आड़ में कई बार अपराधी वाहन का उपयोग छेड़छाड़, अपहरण, चोरी और यातायात नियम तोड़ने जैसे अपराधों के लिए करते हैं। न्यायालय ने समाज की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह सख्त आदेश लागू किया। हालांकि गोंदिया जिले में पिछले 9 महीनों में किसी गंभीर आपराधिक घटना का खुलासा नहीं हुआ। फिर भी पुलिस ने नियम तोड़ने वालों से फिल्म हटवाई और जुर्माना वसूला।
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वाहन चालकों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। वाहन विक्रेताओं को भी निर्देश दिए हैं कि वे ग्राहकों को काली फिल्म न उपलब्ध कराएं। नियमित जांच अभियान के तहत कार्रवाई जारी रहेगी।
– नागेश भास्कर, यातायात पुलिस निरीक्षक