गड़चिरोली के कोरची-बेड़गांव घाट में फंसा ट्रक (फोटो नवभारत)
Gadchiroli News In Hindi: गड़चिरोली जिले को सीधे छत्तीसगढ़ राज्य से जोड़ने वाला वैरागड़-कुरखेड़ा-पुराड़ा-बेड़गांव-कोरची महामार्ग इन दिनों वाहन चालकों के लिए जानलेवा साबित होने लगा है। महामार्ग पर स्थित बेड़गांव घाट की संकरी सड़कें हर आये दिन किसी न किसी दुर्घटना को न्योता दे रहीं है। इसी घाट पर निरंतर रूप से जाम लग रहा है।
दर्जनों वाहनों की कतार इस घाट पर लगी रहती है। जिसके चलते इस घाट को पार करने के लिए दोपहिया समेत कार चालकों को अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बुधवार को दोपहर भी इस घाट पर एक ट्रक कीचड़ में फंस जाने से सैकड़ों वाहनों का जाम लगा रहा। जिससे राज्य परिवहन निगम की बसों में सफर कर रहे यात्रियों समेत इनमें सवार स्कूली विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
गड़चिरोली जिले में लौह उत्खनन शुरू होने से छत्तीसगढ़ राज्य में ट्रकों की आवाजाही बढ़ गयी है। गड़चिरोली से छत्तीसगढ़ राज्य पहुंचने के लिए गड़चिरोली-धानोरा-मुरूमगांव मार्ग का उपयोग किया जाता है। लेकिन यह राष्ट्रीय महामार्ग जर्जर अवस्था में पहुंचने और इस सड़क पर मरम्मत का कार्य शुरू होने से बड़े वाहनों की आवाजाही सड़क पर बंद कर दी गयी है।
इसी कारण पिछले कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ राज्य पहुंचने वाले ट्रक गड़चिरोली से सीधे वैरागड़ और बाद में पुराड़ा होते हुए कोरची से छत्तीसगढ़ हाईवे पर पहुंचने लगे है। एक साथ सैकड़ों की संख्या में ट्रकों का आवागमन शुरू होने और कोरची तहसील के बेड़गांव घाट की सड़क पूरी तरह जर्जर अवस्था में पहुंच जाने से हर आये दिन घाट पर ट्रकों के फंसने का सिलसिला शुरू हो गया है।
बुधवार को भी इस घाट पर एक बड़ा ट्रक कीचड़ में फंस गया। जिसके कारण देखते ही देखते सैकड़ों ट्रकों की कतार घाट पर लग गयी। जाम के कारण दोपहिया समेत कार चालकों को अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं रापनि की बसों में सवार यात्रियों व स्कूली विद्यार्थियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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मुलभूत सुविधाओं से वंचित क्षेत्र में सड़क की मदद से ही बुनियादी सुविधाएं पहुंचायी जा सकती है। इसी कारण केंद्र व राज्य सरकार द्वारा सड़क के नवीनीकरण पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। कुरखेड़ा से कोरची पहुंचने वाली सड़क इन दिनों इस कदर बदतर हो चली हैं कि सड़क पर पैदल चलने वाला व्यक्ति भी जान हथेली पर लेकर चलता है।
सड़क पर डामर का कोई नामो निशान मौजूद नहीं है। पूरी तरह कच्ची सड़क में तब्दील हुई सड़क पर सफर करने वाले वाहन चालकों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर मरम्मत करने की मांग निरंतर रूप से की जा रहीं है। लेकिन इस पर किसी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है।