नगर परिषद अधिकारियों से चर्चा करते एआईएमआईएम नेता (फोटो नवभारत)
AIMIM Banner Controversy: 22 सितंबर से दुर्गात्सव आरंभ हो गया है। AIMIM के पदाधिकारियों ने गड़चिरोली शहर के मुख्य इंदिरा गांधी चौक में दुर्गात्सव के शुभकामनाएं देने वाले बैनर लगाए गए थे। लेकिन बुधवार को नगर परिषद ने बैनर हटा दिए। इस मामले से नाराज एमआईएम के पदाधिकारियों ने नगर परिषद पहुंचकर सत्ताधारियों के कहने पर बैनर निकालने का आरोप लगाते हुए नगर परिषद के अधिकारियों से जवाब मांगा है।
अभी पूरे जिले में नवरात्र उत्सव मनाया जा रहा है। जिले में विभिन्न जगहों पर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों द्वारा जिलावासियों को दुर्गात्सव के शुभकामनाएं देने वाले फलक लगाए है। ऐसे में एमआईएम के पदाधिकारियों ने शहर के मुख्य इंदिरा गांधी चौक में मंगलवार को शुभकमानाएं देने वाले फलक लगाए गए थे। लेकिन मंगलवार को नगर परिषद के कर्मचारियों ने बैनर निकाल दिये।
इस मामले से नाराज हुए एमआईएम के पदाधिकारियों ने गड़चिरोली नगर परिषद कार्यालय पर दस्तक देकर जवाब मांगते हुए सत्ताधारियों के कहने पर बैनर निकालने का आरोप लगाकर नगर परिषद के अधिकारियों से जवाब मांगा है।
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पदाधिकारियों का आक्रमक रवैया देख नगर परिषद के निर्माण विभाग के अधिकारी ने बैनर लगाने की अनुमति दी। इस समय पार्टी के जिलाध्यक्ष बाशिद शेख, महिला जिलाध्यक्ष आयशा अली सय्यद, जावेद शेख, तौफिक सय्यद, शगुप्ता शेख, जया शेंडे, मुस्ताक सय्यद, करण मोहुर्ले आदि उपस्थित थे।
AIMIM नेताओं ने स्पष्ट कहा कि दुर्गात्सव सभी का त्योहार है और वे भी जिलेवासियों को शुभकामनाएं देना चाहते हैं। उनके बैनर हटाना न केवल गलत है, बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन भी है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में इस तरह की कार्रवाई दोबारा हुई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
गौरतलब है कि गड़चिरोली में नवरात्र के अवसर पर हर साल कई संगठनों की ओर से शुभकामना बैनर लगाए जाते हैं। ऐसे में AIMIM के बैनर हटाए जाने की घटना ने राजनीतिक हलकों में चर्चा बढ़ा दी है।