गडचिरोली. मुख्यमंत्री महिला सशक्तीकरण अभियान का शुभारंभ गडचिरोली से हो रहा है. महिलाओं के जीवन में नई क्रांती लानेवाला यह आज का दिन है. इस अभियान से सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिले की 38 हजार 500 लाभार्थियों को लाभ दिया गया है. महिलाओं के सशक्तीकरण के लिये सरकार ने पिछले देढ वर्ष में महत्वपूर्ण निर्णय लेकर इसपर प्रभावि रूप से अमल शुरू है. आगामी कालावधि में भी महिलाओं के सक्षमीकरण के लिये यह सरकार कटिबद्ध होने की ग्वाही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दी.
गडचिरोली में मुख्यमंत्री महिला सशक्तीकरण अभियान का शुभारंभ करते समय वह बोल रहे थे. मंच पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अन्न व औषध प्रशासन मंत्री धर्मरावबाबा आत्राम, सांसद अशोक नेते, विधायक डा. देवराव होली, विधायक कृष्णा गजबे, पुलिस उपमहानिरीक्षक संदीप पाटील, जिलाधिश संजय मीणा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुषी सिंह, जिला पुलिस अधिक्षक निलोत्पल आदि उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे कहां कि, राज्य सरकार ने ‘लेक लाडकी’ योजना शुरू कर बचत बचत समूह के अर्थसहाय्य में दोगुना वृध्दी की है. स्वाधिनता के 75 वर्ष बाद पहली बार गडचिरोली में इनती बडी संख्या में महिलाएं उपस्थित हुई है. आज प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं पुरूषों से एक कदम आगे है. महिलाएं अपने स्वास्थ्य की ओर अनदेखी करने के कारण राज्य में अब तक 4 करोड महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई है. गडचिरोली जिले को लगा पिछडेपन का दाग यह मिटाकर मुख्य प्रवाह की ओर गडचिरोली जिला बढ रहा है.
सुरजागड के माध्यम से 10 हजार स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ है. इस उद्योग का विस्तारीकरण जल्द ही होकर और 10 से 15 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा. आज के कार्यक्रम में लाभार्थियों को ट्रैक्टर, टिलर, ड्रोजर, हार्वेस्टर तथा स्कूली छात्राओं को साईकिल का वितरण किया गया. भविष्य में गडचिरोली की 10 हजार स्कूली छात्रों को साईकिल का वितरण किया जाएगा.
‘सरकार आपके द्वार’ योजना से राज्य के करीब 2 करोड 20 लाख से अधिक लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया गया है. वहीं वहां पर निर्माण किये गये स्कील सेंटर से प्रतिवर्ष 5 हजार युवक-युवतियों को रोजगाराभिमुख प्रशिक्षण दिया जाएगा. राज्य की 1 करोड महिलाओं को बचत समूह के माध्यम से जोडने का प्रयास होकर उनके उत्पादनों को मंडी उपल्ब्ध हो, साथ ही ब्रँडींग, मार्केटिंग आदि के लिये जिला प्रशासन को सूचना देने की बात उन्होंने कही है.
कुल जनसंख्या में से 50 पिऊसदी महिलाओं का जब तक सशक्तीकरण नहीं होगा, तब तक भारत विकसित नहीं हो पाएगा. यह संकल्पना लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं का जीवनस्तर सुधारने के लिये अनेक योजनाएं शुरू की है. राज्य सरकार भी महिलाओं के विकास के लिये कटिबध्द होकर प्रत्येक बचत समूह सक्षम करने का प्रयास कर रही है. महिलाओं को कर्ज देने पर उसे लौटाने की फिसदी 100 प्रश है. गत वर्ष यानि 2023 में राज्य सरकार ने 7 हजार कराडे रूपयों का कर्ज बचत समूह को उपलब्ध करा दिया है. ऐसी बात उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कही है.
उन्होंने आगे कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के लिये उज्वला गैस कनेक्शन, हर घर जल, हर घर बिजली आदि योजना शुरू की है. वहीं स्टार्ट अप योजना से नव उद्योजकों को 25 करोड का कर्ज उपलब्ध करा दिया गया है. इनमें से महिलाओं को 13 करोड रूपयों का कर्ज देकर महिलाओं को सक्षम बनाया है. ‘लेक लाडकी’ योजना से बेटी के जन्मत स्वागत तथा 18 वर्ष तक राज्य सरकार 1 लाख रूपये देगी.
वहीं बेटियों को निशुल्क शिक्षा राज्य सरकार देकर एस.टी. के टिकट दर में भी महिलाओं को 50 फिसदी सहुलियत है. मुख्यमंत्री महिला सशक्तीकरण अभियान के माध्मम से गडचिरोली की लाखों महिलाओं को मदद मिल रही है. यह अभियान 365 दिन शुरू रहेगा. भविष्य में गडचिरोली यह देश की स्टील सीटी बन सकती है. यहां पर आनेवाला कोई भी प्रकल्प में स्थानीकों को रोजगार देने की शर्त राज्य सरकार ने रखी है.
जल, जमीन, जंगल यह आदिवासियों का अधिकार होकर पर्यावरण का रक्षण करने के साथ ही गडचिरोली का विकास किया जाएगा. ऐसी बात उन्होंने कही. इस समय अन्न व औषध प्रशासन मंत्री धर्मरावबाबा आत्राम ने कहां कि, खनिकर्म उद्योग से जिले में रोजगार निर्मिति के लिये प्रयास किया जा रहा है. वहीं विकास के माध्यम से जिले का कायाकल्प करने के लिये सरकार कटिबध्द होने की बात उन्होंने कही. इस समय सांसद अशोक नेते ने भी मार्गदर्शन किया.
विभिन्न क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करनेवाली गडचिरोली जिले की नवरत्न महिलाओं का सत्कार मान्यवरों के हाथों किया गया. जिनमें सुलोचना मडावी (पेसा अंतर्गत ग्रामसभा के लिये विशेष सहयोग), मनिषा मडावी (फॅशन डिझायनिंग व व्यक्तिमत्व विकास), संगिता युरोजवार (कोरोना में100 फिसदी टिकाकरण), सविता भोयर (रंगभुमी में योगदान), रुपाली मोहुर्ले (दारुबंदी के लिये सहयोग), किरण कुमावार (शिक्षा क्षेत्र), जमुना देहारी (बचतगट का आंदोलन), पुलिस उपनिरीक्षक कल्याणी पुट्टेवार (दुर्गम क्षेत्र में स्वतंत्र पुलिस थाने का प्रभार) और टेबु उसेंडी (शिवणकाम प्रशिक्षक) आदि का समावेश है.
इस समय मान्यवरों के हाथों 100 मोबाईल टॉवर, प्राथमिक आरोग्य पथक (ग्यारापत्ती), मानव विकास मिशन अंतर्गत 8 एकल गोदाम, एकल सेंटर, आदिवासी विभाग के स्कूल व छात्रावास, तालाब सौदर्यींकरण, नगर परिषद और नगर पंचायत की प्रशासकीय इमारत, तहसील क्रिडा संकुल, वघाडा-सायगाव-शिवणी-डोंगरगांव मार्ग का बडा पुलिया, चोप-तमाशीटोला – वडसा मार्ग का पुलिया, सानगडी-गोठणगाव-कुरखेडा-मालेवाडा मार्ग का पुलिया, सानगडी- गोठणगाव-कुरखेडा-मालेवाडा मार्ग का मरम्मत, मौशीखांब-वडधा-शंकरपूर-कोरेगाव मार्ग का चौडाईकरण समेत सुधारणा, मोशीखांब-वडधा-शंकरपूर-कोरेगांव मरम्मत करने, कुरखेडा-वैरागड सडक मजबुतीकरण और डामरीकरण करने, मार्कंडा देवस्थान नुतनीकरण, चपराला देवस्थान ऐसे कुल 149 करोड 75 लाख रूपयों के 30 कार्यो का ऑनलाईन भुमिपूजन किया गया।