प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
धुले: धुले जिले के चालीसगांव रोड पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है जो शादी कराने के नाम पर लोगों को ठगता था। इस गिरोह ने शहर के एक युवक से 3 लाख रुपए की ठगी की थी। पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस कार्रवाई की जानकारी दी। इस दौरान नकली दुल्हन और उसके नकली रिश्तेदारों को पुलिस ने पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों में नकली दुल्हन, दुल्हन का भाई, एजंट, नकली दुल्हन की मां, नकली दुल्हन का मामा शामिल हैं। नकली दुल्हन नाबालिग होने के कारण उसे रिमांड होम में भेज दिया गया है। इस कार्रवाई से ऐसे ठगों के ठिकाने ध्वस्त हो गए हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस गिरोह ने अन्य युवकों को भी ठगा तो नहीं।
चालीसगांव रोड के निवासी ज्ञानेश्वर रोहीदास चौधरी (32) अपनी शादी के लिए लड़की की तलाश में था। इस दौरान एजेंट मोरे ने उसे एक सुंदर लड़की की फोटो भेजी, जो उसे पसंद आई। लड़की को देखने के लिए वो अपने परिवार के साथ मध्य प्रदेश के पानसेमल गया, जहां उसे फोटो में दिखाई गई लड़की मिली। लड़की के सभी नकली रिश्तेदार भी वहां मौजूद थे। इसके बाद एजेंट मोरे ने उन्हें बताया कि लड़की को दूसरा प्रस्ताव आया है, इसलिए अगर आप उससे शादी करना चाहते हैं तो तुरंत 3 लाख रुपए दें।
ज्ञानेश्वर के परिवार ने लड़की से शादी कराने के लिए 3 लाख रुपए दिए। इसके बाद वे अपने परिवार के साथ मध्य प्रदेश के बिजासनी माता मंदिर गए, जहां हिंदू रीति-रिवाज से उनकी शादी हुई। शादी के बाद जब वे लड़की और उसकी मां के साथ घर लौट रहे थे, तो वे सोनगीर में एक होटल में खाना खाने के लिए रुके।
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इसी दौरान नकली दुल्हन और उसकी मां बाथरूम जाने के बहाने होटल से बाहर निकल गईं और अज्ञात व्यक्ति की मोटरसाइकिल पर बैठकर फरार हो गईं। अपनी ठगी का एहसास होने पर युवक ने 25 अगस्त को चालीसगांव रोड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था।
अविवाहित युवकों के साथ होने वाली ठगी एक गंभीर सामाजिक मुद्दा है, इसलिए इस मामले में एसपी श्रीकांत धिवरे ने व्यक्तिगत रूप से ध्यान दिया। उन्होंने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए चालीसगांव रोड पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी जीवन बोरसे और सहायक पुलिस निरीक्षक को आरोपियों को पकड़ने के आदेश दिए।
सहायक पुलिस निरीक्षक बोरसे ने तुरंत 2 जांच टीमों को आरोपियों की तलाश में रवाना किया। जांच में पता चला कि आरोपी महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात राज्यों में छिपने के ठिकाने बदलते रहते हैं। इसलिए पुलिस ने उनका पीछा करके उन्हें दबोच लिया।
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इस मामले में पुलिस ने सुनील पदमसिंग चव्हाण (27), नसीम मुजफ्फर खान पठाण (28), भागाबाई बलीराम गवली (48), और नादरसिंग उर्फ महाराज मंटूसिंग रावत-पावरा को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा एक कानूनी तौर पर नाबालिग लड़की (नकली दुल्हन) को हिरासत में लेकर रिमांड होम में भेज दिया गया है।
पुलिस ने इस टोली से 25 हजार रुपए की नकदी और एक होंडा कंपनी की मोटरसाइकिल (एमएच 39 एएच 4480) भी जब्त की है। पुलिस ने इस टोली को गिरफ्तार करने के बाद और भी आरोपियों के नाम सामने आए हैं। इन आरोपियों में साईबाई बादर्या पावरा, संजय रामा भिल और जलनसिंग प्रेमसिंग मोरे शामिल हैं। पुलिस ने इन आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। इस मामले की आगे की जांच चालीसगांव रोड पुलिस स्टेशन के पीएसआई शरद लेंडे कर रहे हैं