चंद्रपुर में नागपुर समझौते प्रतियां जलाते लोग(फोटो नवभारत)
Chandrapur Nagpur Pact Protest: 28 सितंबर 1953 को हुए नागपुर समझौते के तहत विदर्भ को महाराष्ट्र में शामिल किया गया था। हालांकि, इस समझौते के माध्यम से किए गए वादों को इन 72 वर्षों में पूरा नहीं किया गया। इससे विदर्भ में कई ज्वलंत समस्याएं पैदा हुईं।
इसके विरोध में और स्वतंत्र विदर्भ राज्य के निर्माण की मांग को लेकर आज रविवार 28 सितंबर को चंद्रपुर शहर के जटपुरा गेट स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष, एडवोकेट वामनराव चटप के नेतृत्व में विदर्भ कार्यकर्ताओं ने दोपहर 1 बजे विदर्भ समझौते की होली मनाकर और ज़ोरदार नारे लगाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया और 2027 तक स्वतंत्र विदर्भ राज्य प्राप्त करने का संकल्प व्यक्त किया।
इस समय विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के अध्यक्ष, पूर्व विधायक एडवोकेट वामनराव चटप समेत जिला अध्यक्ष किशोर दहेकर, मुन्ना खोबरागड़े, किशोर सहारे, तबस्सुम शेख, पुंडलिक गाठे, अंकुश वाघमारे, मितिन भागवत, रमेश पावड़े, शेषराव बोंडे, दिलीप देठे, अरुण सातपुते, पांडुरंग पोटे, सुधीर सातपुते, आनंद चिकनवार, मारोती येरने, साईनाथ पिंपलशेंडे, समाधान लाडके, शंकर गौरकर, सुनील गौरकर शामिल हुए।
राजुरा के संविधान चौक पर डॉ. बाबा साहब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद जोरदार नारे लगाकर नागपुर समझौते की होली मनाई गई। यहां विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व एडवोकेट अरुण धोटे, पूर्व नगराध्यक्ष रमेश नले, बंडू देठे, भाऊजी कन्नाके, नरेंद्र काकड़े, मसूद अहमद, राजू धोटे, दिलीप डेरकर, आशुतोष चटप, बंडू जंगरे, मधुकर चिंचोलकर, नरेंद्र माहेरी, सौरभ मदसवार समेत कई कार्यकर्ताओं ने किया।
कोरपना में विदर्भ हमारा अधिकार है, यह किसी और के बाप का नहीं जैसे नारे देकर मुख्य चौराहे पर नागपुर समझौते की होली की गई। स्वतंत्र भारत पार्टी के जिला अध्यक्ष नीलकंठराव कोरांगे, रमाकांत पाटिल मालेकर, सुनील बावने, सुभाष तुरानकर, अविनाश मुसले, सुरेश राजुरकर, सुरेश मालेकर, विजय धानोरकर, विलास आगलावे, उत्तम गेडाम, उमेश कोल्हे, गजानन बेरड, सुनील आमने, अविनाश अगलावे, विलास देवडकर आदि अनेक नागरिकों ने इस आंदोलन में भाग लिया।
आंदोलन की शुरुआत गोंडपिपरी के गांधी चौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की गयी। नागपुर समझौते को जलाते समय स्वतंत्र विदर्भ राज्य बनाना होगा के नारों ने क्षेत्र को हिलाकर रख दिया।
यह भी पढ़ें:- BMC चुनाव के लिए शिंदे ने तैयार किया प्लान, पार्टी नेताओं संग की मीटिंग, जानें क्या हुई बात
यहां आंदोलन का नेतृत्व विरांस नेता शालिकराम मौलीकर, रामकृष्ण सांगड़े, शंकर पाल, प्रफुल्ल असवले, अशोक भास्की, आनंद खारदीवार, साईनाथ फुलमारे, रवींद्र हेपट, गणेश पिंपलशेंडे, कमलाकर खोबरागड़े, मोरेश्वर दुर्गे, कमलेश निमगड़े ने किया।
जिवती में डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा के सामने विदर्भ राज्य आंदोलन समिति और शेतकरी संगठन की ओर से नागपुर समझौते का दहन किया गया। जिला उपाध्यक्ष शब्बीर जागीरदार, तालुका अध्यक्ष सुदाम राठौड़, गणेश कदम, दत्ता राठौड़, विनोद पवार, बंटी ब्राह्मणे सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।