बाघ के हमले से घायल किसान
चंद्रपुर: चंद्रपुर में एक बार फिर से बाघ ने हमला कर तीन लोगों को घायल कर दिया है। चंद्रपुर में बाघ के हमला करने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। वन विभाग भी इसके पुख्ता इंतजाम अभी तक नहीं कर पाया है। चंद्रपुर में जंगल से सटे खेतों में हमेशा बाघ व अन्य जंगली जीवों के हमले का खतरा बना रहता है। किसान व खेत में काम करने वाले मजदूर हमेशा अपनी जान हथेली पर लेकर खेतों में काम करते है।
चंद्रपुर जिले के किताडी, उरकुडपार एवं गारडापार में खेती के काम कर रहे किसानों पर झाड़ियों में छिपे बाघ ने हमला कर दिया। हमले में तीन किसान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में कवडु मंसाराम सावसागडे, बालाजी गणपत नन्नावरे एवं बाबाराव दडमल का समावेश है। किटाली निवासी कवडू मंसाराम सावसागड़े (55) रविवार की दोपहर ठेके की खेती पर काम कर रहा था। वह विनय शेखर नन्नावरे की खेती पर दोपहर के समय काम कर रहा था। तभी वहां की झाड़ियों में छिपे बाघ ने उन पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया।
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वहीं गरडापार निवासी बालाजी गणपत नन्नावरे (52) पर खेत में काम करते समय दोपहर करीब 12:45 बजे बाघ ने हमला कर घायल कर दिया। उसके बाद उरकुडपार में किसान बाबाराव दड़मल (45) जब दोपहर करीब 2 बजे खेत में काम करने गए तो अचानक बाघ ने उन पर हमला कर घायल कर दिया। इस तरह 3 किसानों पर बाघ ने बार-बार हमला कर घायल करने की घटना घटी। तीनों घायल किसानों को प्राथमिक उपचार के लिए उपजिला अस्पताल चिमूर में भर्ती कराया गया है। तीनों मरीजों की हालत बहुत गंभीर होने से उन्हें नागपुर रेफर किया गया। बाघ अभी भी घटनास्थल पर रहने से उरकुडपार, किताड़ी, गरडापार के निवासियों में भय का माहौल बना हुआ है।