ओयो ट्रेडमार्क का अवैध इस्तेमाल (सौजन्यः सोशल मीडिया)
चंद्रपुर: भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार द्वारा विधानसभा में ‘ओयो’ को लेकर उठाए गए सवाल के बाद चंद्रपुर पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। चंद्रपुर पुलिस ने ओयो ट्रेडमार्क का अवैध रूप से इस्तेमाल करने वाले 15 होटलों के खिलाफ कार्रवाई की। अहमदाबाद स्थित ओयो होटल के नोडल अधिकारी मनोज पाटिल की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। ओयो की एक शिकायत के आधार पर, पुलिस ने चंद्रपुर शहर के सभी होटलों की जांच शुरू कर दी है। अब तक 15 होटल ओयो ब्रांड का अवैध रूप से दुरुपयोग करते पाए गए हैं।
चंद्रपुर शहर के 15 होटलों और लॉज के मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिससे होटल व्यवसायियों में हड़कंप मच गया है। ऐसी चर्चा आम है कि चंद्रपुर शहर के कई होटल ओयो ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करके अवैध कारोबार कर रहे हैं। गौरतलब है कि चंद्रपुर शहर में ओयो से संबद्ध केवल 4 होटल हैं और कई होटल ओयो का दुरुपयोग करके अपना कारोबार चला रहे हैं।
मानसून सत्र में सुधीर मुनगंटीवार ने ओयो होटलों को लेकर सवाल उठाया था। ओयो में एक कमरा एक घंटे के लिए किराए पर क्यों मिलता है? शहरों से दूर इन होटलों में आखिर होता क्या है? यह अध्ययन का विषय है, उन्होंने पुलिस विभाग से इस पर अध्ययन करने की मांग की थी।
OYO नावाच्या हॉटेल शृंखलेच्या माध्यमातून चाललेल्या व्यवसायावर सरकार ने लक्ष देऊन त्याचा अभ्यास करणे आवश्यक आहे…#MonsoonSession2025 #Maharashtra #Vidhansabha #OYO #SMUpdate #SudhirMungantiwar pic.twitter.com/o74MuwoBTh
— Sudhir Mungantiwar (@SMungantiwar) July 7, 2025
सुधीर मुनगंटीवार ने कहा था, “ओयो नाम की एक होटल चेन बनी है। शहर से 20-20 किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर ओयो… तब मेरे मन में शंका हुई कि ये ओयो होटल चेन क्या है? ये बहुत गंभीर मामला है और सरकार को इस पर ध्यान देना होगा। इस होटल के लिए किसी ग्राम पंचायत से कोई अनुमति नहीं ली गई है, किसी नगर परिषद से कोई अनुमति नहीं ली गई है। किसी नगर निगम से कोई अनुमति नहीं ली गई है। इस होटल में एक घंटे के लिए एक कमरा किराए पर दिया जाता है, ये किसलिए दिया जाता है, ये पुलिस विभाग के अध्ययन का विषय है।”
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कोई भी यात्री ओयो के ज़रिए 20-20 किलोमीटर के दायरे में नहीं जाता और न ही रुकता है। अगर ये यात्री वहां जाता है, तो आर्थिक स्थिति खराब है। क्योंकि शहर में होटल में रुकना ओयो से सस्ता है। सुधीर मुनगंटीवार ने यह भी कहा। सुधीर मुनगंटीवार ने विधानसभा में मांग की थी, “दरअसल, यह संस्कृति रक्षकों की सरकार है। अगर यहां संस्कृति का ह्रास हो रहा है, तो सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें ओयो का अध्ययन करना चाहिए और मंत्रियों को यह जानकारी देनी चाहिए कि महाराष्ट्र में कितने ओयो हैं।”