चंद्रपुर में प्रदशनकारियों का हिरासत में लेती पुलिस (फोटो नवभारत)
Chandrapur Tribal Protest: चंद्रपुर जिले की कोरपना तहसील के कुसुंबी में माणिकगड अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी और कोलाम आदिवासियों के बीच पिछले 10-12 सालों से भूमि स्वामित्व को लेकर विवाद चल रहा है। राजस्व विभाग द्वारा इस समस्या के समाधान में लापरवाही बरती जा रही है।
आदिवासियों का आरोप है कि कंपनी द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है। आदिवासियों की जमीन लेकर उद्योग स्थापित किया गया था। कंपनी ने किसी भी आदिवासी कोलाम को नौकरी नहीं दी। इसके विरोध में 16 अक्टूबर से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, लेकिन बाद में छोड़ दिया।
गढ़चांदूर स्थित माणिकगढ़ सीमेंट कंपनी (वर्तमान अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी) की कुसुंबी चूना पत्थर खदान को सीमेंट उद्योग के लिए 1984-85 में 643.62 हेक्टेयर भूमि पट्टे पर दी गई थी। इसमें से 150 हेक्टेयर भूमि वन विभाग को समर्पित की गई थी, कंपनी के पट्टा समझौते में 493 हेक्टेयर भूमि का उल्लेख है।
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तत्कालीन उप-विभागीय अधिकारी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में कहीं भी बॉम्बेजारी गांव का उल्लेख नहीं है, केवल कुसुंबी शिवार की भूमि कंपनी को दी गई थी, जबकि बॉम्बेजारी गांव में भूमि सर्वेक्षण संख्या 44, 45, 46, 47, 48 मूल कोलाम आदिवासियों के स्वामित्व में थी, लेकिन कंपनी ने इन जमीनों पर कब्जा कर लिया है।
इसी का कोलाम विरोध कर रहे है। इसके विरोध में विरोध में चंद्रपुर के कोरपना में आदिवासियों ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्रदर्शनकारियों को हिरासत लिया। हालांकि कुछ देर बाद छोड़ दिया।