
चंद्रपुर का दृृश्य (सोर्स: सोशल मीडिया)
 
    
 
    
Chandrapur AQI: मानव तथा अन्य जीवों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाले वायु प्रदूषण के लिए पहले ही बदनाम चंद्रपुर जिले में दिवाली के दिनों में वायु प्रदूषण का सूचकांक 250 के करीब पहुंच गया था। यह सूचकांक गड़चांदुर में नगर परिषद के पास लगे एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेंटर पर 28 अक्टूबर को दर्ज किया गया है।
आम तौर पर औद्योगिक रूप से विकसित चंद्रपुर जिले का खास तौर पर घुग्घुस, चंद्रपुर, तड़ाली, बल्लारपुर, राजुरा और गड़चांदुर परिसर में वायु प्रदूषण का सूचकांक अन्य के मुकाबले अधिक रहता है।
प्रतिवर्ष दिवाली के दिनों में जिले के उक्त शहरों में वायु प्रदूषण का सूचकांक अर्थात एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के पार ही दर्ज किया जाता है। इस बार भी यह इंडेक्स गड़चांदुर शहर में 28 अक्टूबर को 245 दर्ज किया गया।
बता दें कि इस वर्ष दिवाली 21 अक्टूबर से शुरू हुई थी। दिवाली के पहले तीन दिनों में हर तरफ पटाखों की धूम होती है, जिससे वायु प्रदूषण में इजाफा होता है, किंतु हैरत की बात है कि, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने 23 से 27 अक्टूबर के बीच की प्रदूषण की स्थिति या वस्तु स्थिति अपनी वेबसाइट पर जारी ही नहीं की है।
जिले में वायु प्रदूषण की स्थिति जानने के लिए एमपीसीबी की ओर से 8 से अधिक स्थानों पर एम्बिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेंटर्स स्थापित किए हैं, जिनमें चंद्रपुर शहर का पुराना एमआईडीसी क्षेत्र, चंद्रपुर बस स्टेशन के सामने एमपीसीबी का एसपीओ ऑफिस, घुग्घुस, राजुरा, बल्लारपुर, तड़ाली एमआईडीसी और भद्रावती का समावेश है।
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चिंता की बात यह है कि, एमपीसीबी के स्थानीय कार्यालय की ओर से जिले के अन्य किसी भी मॉनिटरिंग सेंटर से दिवाली के दिनों में अर्थात 21 से 27 अक्टूबर के बीच के वायु प्रदूषण का कोई डेटा या आंकड़े न तो एकत्रित नहीं किये हैं और ना ही उन्हें अपनी वेबसाइट पर जारी किए है।
पर्यावरणविदों का कहना है कि बहाले ही एमपीसीबी ने दिवाली के एक सप्ताह बाद भी एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े जारी नहीं किये हो लेकिन वस्तुस्थिति यही है कि, जिले के अधिकांश मॉनिटरिंग सेंटर्स के परिसर में दिवाली के दिनों में यह वायु प्रदूषण का सूचकांक 200 के पार ही रहने की पूर्ण संभावना है।
यह भी उल्लेखनीय है कि गड़चांदुर में 9 अक्टूबर को भी वायु प्रदूषण का सूचकांक 252 दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अनुसार जिस क्षेत्र में वायु प्रदूषण का सूचकांक 201 से अधिक पाया जाता है, उसे दयनीय माना जाता है, तथा उस क्षेत्र में आम लोगों को भी सांस लेने में दिक्कतें आती है।






