
अजित पवार के काफिले को दिखाए काले झंडे (सौजन्य-नवभारत)
 
    
 
    
Yavatmal News: राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के यवतमाल दौरे के दौरान 30 अक्टूबर सुबह बाभुलगांव में कांग्रेस नगरसेवक अक्षय राउत और किसान प्रदीप नांदुरकर ने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अजित पवार ने बच्चू कडू द्वारा आयोजित किसान महाएल्गार कार्यक्रम का दौरा नहीं किया। इस कारण उन्होंने उनके काफिले को काले झंडे दिखाए और जोरदार नारेबाजी की।
यह घटना तब घटी जब उपमुख्यमंत्री पवार पार्टी प्रवेश कार्यक्रम के लिए जा रहे थे। इस घटना से पूरे तहसील के राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। जानकारी के अनुसार, उपमुख्यमंत्री अजित पवार यवतमाल कार्यक्रम के लिए बाभुलगांव मार्ग से गुजर रहे थे। इसी दौरान बसस्थानक चौक पर यह विरोध प्रदर्शन हुआ। मौके पर जमकर नारेबाजी की गई।
पुलिस ने कांग्रेस नगरसेवक अक्षय राउत, किसान प्रदीप नांदुरकर, उद्धव बालासाहेब ठाकरे गट के शिवसेना नेता गजानन पांडे, कांग्रेस तहसील अध्यक्ष मोहन बनकर, अतुल देशमुख, मोहन भोयर, कृष्णा ठाकरे, विनोद वाटमोडे, नंदू एकलारे, शिवसेना (उबाठा) के शैलेश भगत, प्रहार संगठन के श्रीकांत घोंगडे समेत कई पदाधिकारियों को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया।
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इस घटना के बाद से राजनीतिक माहौल में खलबली मच गई है। जब अजित पवार वापसी के दौरान कृषि उत्पन्न बाजार समिति के पास पहुंचे, तब कांग्रेस के अतुल राउत, श्याम जगताप, विपुल बोदड़े, अमेय घोडे और अन्य कार्यकर्ताओं ने ‘कर्जमाफी न देने वाली सरकार मुर्दाबाद’ के नारे लगाकर विरोध जताया। कृषि प्रधान विदर्भ में किसानों की व्यथा को लेकर यह विरोध पूरे राज्य में गूंजने की संभावना जताई जा रही है।
कांग्रेस नेता एवं बाजार समिति संचालक अतुल राउत ने कहा, पूरा राज्य का किसान आज नागपुर में बारिश के बावजूद आंदोलन कर रहा है। किसान कर्जमाफी और फसलों के उचित दाम की मांग कर रहे हैं, लेकिन उपमुख्यमंत्री पार्टी विस्तार में व्यस्त हैं। जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलता, हम इसी तरह संघर्ष करते रहेंगे।






