उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत करते हुए देवेंद्र फडणवीस (नवभारत फोटो)
मुंबई. उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा में उपसभापति जगदीप धनखड़ ने देश में राजनीति के गिरते स्तर पर चिंता जताई है। गुरुवार को महाराष्ट्र विधानमंडल को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि लोकतंत्र संवाद और चर्चा से फूलता-फलता है, लेकिन वर्तमान में राजनीतिक दलों के बीच संवादहीनता है। सदन के अध्यक्ष या स्पीकर को ‘सुविधाजनक पंचिंग बैग’ बनाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है, यह बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि शिष्टाचार और अनुशासन “लोकतंत्र का दिल और आत्मा” हैं तथा नैतिकता व सदाचार भारत में सार्वजनिक जीवन की पहचान हैं। लेकिन लोकतंत्र में राजनीतिक व्यवधान और गड़बड़ी की बेअदबी एक गंभीर मुद्दा बन गया है।
बता दें कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गुरुवार को दोपहर में भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। वहां राज्यपाल रमेश बैस, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इस दौरान शिष्टाचार विभाग की अपर मुख्य सचिव मनीषा म्हैसकर एवं मुंबई के पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर, अपर पुलिस महानिदेशक दीपक पांडे, अतिरिक्त आयुक्त मुंबई मनपा डॉ. अश्विनी जोशी उपस्थित रहीं। इसके बाद उपराष्ट्रपति धनखड़ अगले निर्धारित कार्यक्रम के लिए रवाना हो गये।
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान विशेष निमंत्रण पर महाराष्ट्र विधान भवन परिसर पहुंचे धनखड़ ने गुरुवार चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि भारतीय राजनीतिक व्यवस्था में सब कुछ ठीक नहीं है, यह बहुत तनाव में काम कर रही है। संसद के कामकाज को रोककर सियासी शस्त्र की तरह इस्तेमाल करना हमारी राजनीति के लिए गंभीर परिणामों से भरा हुआ है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ विधान भवन में (नवभारत फोटो)
संसद के सदनों में हाल के घटनाक्रम पर उन्होंने कहा कि संसद सत्रों में सदस्यों का हालिया आचरण वास्तव में पीड़ादायक है और यह हमारे विधायी विमर्श में महत्वपूर्ण नैतिक क्षरण को दर्शाता है। लोकतंत्र की ताकत विचारों की विविधता और रचनात्मक जुड़ाव के माध्यम से आम जमीन खोजने की क्षमता में निहित है। यह एक ऐसी प्रणाली है जो संवाद, बहस, चर्चा और विचार-विमर्श पर पनपती है। उन्होंने याद दिलाया कि सांसद बहस करने वाले समाज का हिस्सा नहीं हैं। उनके अनुसार, कानून बनाने वालों को उदार होने की जरूरत है।