तुमसर के पगडंडी सड़कों की हालत खस्ता। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
भंडारा: तुमसर तहसील के अनेक पगडंडी सड़कों की हालत पूर्णतः खस्ता हो चुकी है, बारिश के दौरान किसानों को खेतों तक पैदल जाना मुश्किल हो जाता है। यही नहीं, इन सड़कों की चौड़ाई कम होने से खेती तक ट्रैक्टर ले जाना भी टेढ़ी खीर साबित हो जाती है। इस कारण बारिश के पूर्व संबंधित सड़कों की मरम्मत करना आवश्यक है।
तहसील के कृषि को बारहमासी सड़कों की जरूरत है, लेकिन कृषि सड़कों के लिए कोई स्वतंत्र योजना लागू नहीं की गई है। इसलिए कई सड़कें एक समस्या बन जाती हैं, जिससे अधिकांश किसानों को खेती करते समय भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस कारण पगडंडी सड़क निर्माण के लिए स्वतंत्र निधि उपलब्ध करवाकर किसानों को राहत पहुंचाने की मांग क्षेत्रों के किसानों द्वारा की गई है।
यहां ग्रामीण एवं शहरी सड़कों के लिए एक अलग योजना है, लेकिन खेत सड़कों के लिए कोई अलग योजना या प्रावधान नहीं है। इससे किसानों को कृषि कार्य, कृषि उर्वरकों, इंटरक्रॉपिंग टूल्स के लिए कृषि सड़कें आवश्यक हो गई हैं। बारिश के मौसम में सड़क अच्छी स्थिति में नहीं होने से किसानों को खेतों में मशीनरी, सामग्री, उर्वरक एवं औजार लाना मुश्किल हो जाता है।
बारिश के मौसम में खरीफ के दौरान किसानों को कीचड़ से अपना रास्ता बनाना पड़ता है। सड़कों पर कीचड़ और पानी के जमाव के कारण उपयोगी कृषि उपकरणों को लाना मुश्किल हो गया है, जिससे कई किसान चिंतित दिखाई देते हैं।
जहां आवश्यकता नहीं है, वहां निधि खर्च किया जाता है। लेकिन खेतों तक पहुंचने वाली सड़क के लिए निधि उपलब्ध नहीं होने एवं धन की अनुपलब्धता बताई जाती है। जनप्रतिनिधियों द्वारा पगडंडी सड़कों की ओर अनदेखी कर सीमेंटकरण सड़क की ओर अधिक ध्यान दिया जाता है। किसानों को खेती तक पहुंचने के लिए पक्की सड़कों का निर्माण कर उन्हें राहत दिलाने की आवश्यकता है।