
विकास में बाधा डालने वालों को उनकी जगह दिखाएं
Bhandara News: भंडारा में जारी विकास कार्यों में कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर बाधा उत्पन्न की जा रही है, जिससे कई योजनाएं अधर में लटक गई हैं। लेकिन यह लोग भूल रहे हैं कि राजनीति में हर किसी को अपने कार्यों का हिसाब जनता को देना पड़ता है। विकास का विरोध करना संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है, इसलिए भंडारा के विकास में अड़चनें डालने वालों को सबक सिखाने का समय आ गया है ऐसा आह्वान विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने किया। वे मुस्लिम लाइब्रेरी सभागार में आयोजित दीवाली मिलन और भाईदूज समारोह में अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में राज्य मंत्री आशीष जायस्वाल, डॉ. अश्विनी भोंडेकर, बीडीसीसी बैंक की संचालिका आशा गायधने, महिला तहसील प्रमुख विद्या मेहर, शहर प्रमुख राजेश चोपकर, जिला प्रमुख अनिल गायधने, संजय कुंभलकर, दीपक गजभीये सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ छत्रपति शिवाजी महाराज और स्व. बालासाहेब ठाकरे के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया।
उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए राज्यमंत्री आशीष जायस्वाल ने कहा कि विधायक भोंडेकर द्वारा भंडारा विधानसभा क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों की चर्चा आज पूरे महाराष्ट्र में हो रही है। यदि यह विकास निरंतर जारी रखना है, तो आगामी नगर परिषद चुनाव में भी जनता को उनके साथ मजबूती से खड़ा रहना चाहिए।
मुख्य अतिथि डॉ. अश्विनी भोंडेकर ने कहा कि वे एक डॉक्टर के रूप में समाजसेवा कर रही हैं, लेकिन विधायक की पत्नी के रूप में भी उन्होंने विकास कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि पार्टी उन्हें कोई जिम्मेदारी देती है, तो वे उसे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाने के लिए तैयार हैं।
विधायक भोंडेकर ने कहा कि भंडारा का विकास उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। आज जो कार्य भंडारा में हो रहे हैं, वे पहले कभी संभव नहीं हो पाए थे। अब यह लड़ाई केवल शिवसेना की नहीं, बल्कि विकास की लड़ाई है।
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उन्होंने आगे कहा कि जलपर्यटन युवाओं के लिए बड़े रोजगार का माध्यम बनेगा, परंतु कुछ बाहरी नेता भंडारा के विकास में अड़चनें पैदा कर रहे हैं। “राजनीति में हर व्यक्ति को अपने कार्यों का लेखा-जोखा जनता को देना पड़ता है। विकास में बाधा डालना केवल संकीर्ण सोच नहीं, बल्कि समाज के प्रति पाप है। इसलिए अब समय आ गया है कि ऐसे विकास-विरोधी लोगों को उनकी जगह दिखाई जाए,” ऐसा भोंडेकर ने जोर देकर कहा।’






