मनोज जरांगे (सोर्स: सोशल मीडिया)
Chhatrapati Sambhajinagar News In Hindi: मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटील ने कहा कि 2 सितंबर के पंजीयन के बावजूद हैदराबाद गजट का विरोध किया जा रहा है। राज्य के सरकार के खिलाफ जगह-जगह याचिकाएं दाखिल की जा रही हैं।
इसके चलते सभी जिलाधिकारियों को 1994 के आरक्षण का जीआर रद्द करने का निवेदन देने की मांग राज्य सरकार से की जाएगी। जब तक मराठा समाज को शिक्षा व नौकरियों में आरक्षण नहीं मिलता, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
अस्पताल निजी में जरांगे उपचाररत पाटील ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मंडल आयोग के 14 फीसदी आरक्षण देने के बाद 175 जातियों को आरक्षण मिला। उन्हें भी अलग करने की मांग कर यह पूछा जाएगा कि क्या आधार पर यह कदम उठाया जाएगा।
सभी मराठाओं व उपनाम की समानता वालों को कुनधी प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन करने की अपील करते हुए जरागे ने आंदोलकों के केस रद्द करने, मराठा आरक्षण आंदोलन में जान गंवाने वालों को नौकरी देने, सातारा संस्थान, औध संस्थान, पुणे, कोल्हापुर गजट लागू करने, शिंदे समिति से पंजीयन खोजने के लिए दीपावली तक का अल्टीमेटम भी उन्होंने दिया। जरांगे पाटील ने कहा कि धनगर, मुस्लिम समाज को आरक्षण देने के लिए आंदोलन करेंगे, कर्ज माफी व अन्य समस्याओं के लिए किसान संगठनों के साथ बैठक ली जाएगी।
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राकां (अजित पवार) विधायक धनंजय मुंडे पर निशाना साधते हुए जरांगे पाटील ने कहा कि जिनके हाथ रक्त से सने हैं। उन्हें मेरे व मराठा जाति पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। मराठा आरक्षण का विरोध करने वाले मुंडे को चुनाव में सबक सिखाएं, मुंडे की वजह से अजित पवार को भी परेशानी होने की बात जरांगे ने कही।
पर्यावरण मंत्री पंकजा व धनंजय मुंडे पर निशाना साधते हुए जरांगे पाटील ने कहा कि, परली की लाभार्थी टोली का कोई नेता नहीं होने से वे मराठा समाज के खिलाफ प्रा लक्ष्मण हाके को बल दे रहे हैं। संतोष देशमुख की हत्या का बदला फांसी से ही लेने व महादेव मुंडे, गीते हत्याकांड के खिलाफ संघर्ष जारी रहने की चेतावनी भी उन्होंने दी।