राष्ट्रध्वज अपमान की शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं (सौजन्यः सौशल मीडिया)
Amravati District: स्वतंत्रता का गौरव-प्रतीक राष्ट्रध्वज का अपमान धामणगांव रेलवे स्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग के सरकारी विश्रामगृह के सामने होने के बावजूद पंद्रह दिन बीत जाने तक भी प्रशासन ने इसकी कोई दखल नहीं ली। इससे स्थानीय नागरिकों में तीव्र आक्रोश फैल गया है।15 अगस्त को ध्वज फहराते समय ध्वज संहिता का उल्लंघन कर झंडा लगभग दो फुट नीचे फहराया गया। इस गंभीर मामले में स्थानीय नागरिक सलील सचिदानंद काले ने फोटो व अन्य साक्ष्य के साथ जिलाधिकारी कार्यालय समेत कई शासकीय विभागों को शिकायत दर्ज कराई। इसके बावजूद अब तक कार्रवाई न होने से संबंधित अधिकारियों की उदासीनता पर सवाल उठ रहे हैं।
काले ने जिलाधिकारी कार्यालय, विभागीय आयुक्त, सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, लोकायुक्त व उपलोकायुक्त कार्यालय को ई-मेल द्वारा शिकायत भेजी। इतना ही नहीं 17 अगस्त को स्थानीय अखबारों में भी इस प्रकरण की खबर प्रकाशित हुई। इसके बावजूद प्रशासन ने कार्रवाई करने से परहेज किया है।
निवासी उपजिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रकरण की मुझे कोई जानकारी नहीं है। शिकायत का मेल पुनः भेजिए, मैं देखता हूं। इसके बाद उन्हें मेल भेजा गया, लेकिन उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं किए। तेजश्री कोरे, उपविभागीय अधिकारी, चांदुर रेलवे ने कहा कि मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है वरिष्ठ कार्यालय से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। अभय घोरपडे, तहसीलदार, धामणगांव रेलवे ने कहा कि मैंने इस घटना को अखबार में पढ़ा है, लेकिन अब तक वरिष्ठ कार्यालय से कोई आदेश नहीं आए हैं। निर्देश मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
ये भी पढ़े: ‘नहीं छोड़ेंगे मुंबई…’, मराठा आंदोलनकारियों पर पुलिस का एक्शन शुरू, आजाद मौदान में मचा बवाल!
मामले की शिकायत जिलाधिकारी कार्यालय, संभागीय आयुक्त कार्यालय, सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, उपलोकायुक्त महाराष्ट्र राज्य, लोकायुक्त महाराष्ट्र राज्य को की गई है। इस पूरे प्रकरण से यह गंभीर सवाल उठ रहा है कि क्या राष्ट्रीय प्रतीकों के सम्मान से अधिक अधिकारियों की अनदेखी और राजनीतिक संबंध हावी हो रहे हैं? नागरिकों का कहना है कि शिकायत दर्ज कराए 15 दिन हो गए, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई न होना राष्ट्रध्वज के सम्मान को “हवा में उड़ाने” जैसा है।