शिक्षकों की अंतरजिला तबादला प्रक्रिया शुरू करें (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Amravati News: राज्य में अमरावती जिला परिषद के लगभग 12,000 शिक्षक पिछले तीन वर्षों से अंतरजिला तबादले की प्रतीक्षा कर रहे हैं। लंबे समय से अपने गृह जिले से सैकड़ों किलोमीटर दूर कार्यरत इन शिक्षकों की मांग को लेकर प्रहार शिक्षक संगठन अब आक्रामक हो गया है। संगठन ने ग्रामविकास मंत्री जयकुमार गोरे को ज्ञापन सौंपकर सातवें चरण की अंतरजिला तबादला प्रक्रिया तत्काल शुरू करने की मांग की है। संगठन के राज्याध्यक्ष महेश ठाकरे ने कहा कि 2017 से कंप्यूटरीकृत प्रणाली द्वारा शुरू हुई अंतरजिला तबादला प्रक्रिया के तहत अब तक 6 चरण पूरे किए गए, जिससे 12,500 शिक्षक अपने गृह जिले में पहुंच पाए।
लेकिन 2022 के बाद से यह प्रक्रिया रोक दी गई है जिससे 12,000 से अधिक शिक्षक परेशान और नाराज हैं। ठाकरे ने बताया कि 28 फरवरी 2025 को शासन ने सभी जिला परिषदों को शिक्षक संवर्ग का रोस्टर अद्यतन करने का आदेश दिया था, लेकिन अधिकांश जिलों ने अब तक इसका पालन नहीं किया। इस कारण तबादला प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब हो रहा है।
संगठन की सभी जिला परिषदों को समयबद्ध तरीके से शिक्षक संवर्ग का रोस्टर अद्यतन करने के निर्देश देने, पेसा क्षेत्रों में 20% पद अनुसूचित जनजाति के लिए और शेष 80% अन्य वर्गों के लिए आरक्षित कर रिक्त पद घोषित करने, प्रतीक्षा सूची को जिला स्तर पर सार्वजनिक किया जाए अथवा राज्य स्तर पर एकीकृत सूची जारी करने, उर्दू माध्यम के आरक्षित पदों पर यदि पात्र उम्मीदवार न हों, तो वे पद सामान्य श्रेणी के लिए खुले करने, 31 दिसंबर 2025 तक मौजूद सभी रिक्त पदों को प्रक्रिया में शामिल करने, अंतरजिला तबादले के लिए स्वतंत्र समय-सारणी जारी कर प्रक्रिया बिना विलंब शुरू करने की प्रमुख मांगें है।
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प्रहार शिक्षक संगठन के राज्याध्यक्ष महेश ठाकरे ने कहा कि यदि शासन ने शिक्षकों की इन मांगों को गंभीरता से नहीं लिया और प्रक्रिया शीघ्र शुरू नहीं की, तो प्रहार शिक्षक संगठन की ओर से जिला, विभाग और राज्य स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।