लापता बच्ची (सौ. सोशल मीडिया )
Amravati News In Hindi :- घर से लापता हुई व समृद्धि महामार्ग पर घूम रही तीन वर्षीय नाबालिग को अपराध शाखा व मंगरूल चवाला पुलिस ने संयुक्त रूप से परिजनों की तलाश कर उसके माता-पिता से मिलवाया। महज तीन घंटों में माता-पिता की तलाश कर बच्ची को स्वाधिन किया।
उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ के गडवारीपुर निवासी मोह समीर मोह शविर 6 सितंबर को समृद्धि महामार्ग से नागपुर की ओर जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक नन्ही बच्ची दिखाई दी। बच्ची बोल नहीं पा रही थी, इसलिए उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से उसे सीधे मंगरुल चवाला पुलिस थाने पहुंचा दिया। महिला पुलिस ने बच्ची से उसका नाम, गांव या माता-पिता की जानकारी पूछी, लेकिन वह बता नहीं सकी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद, अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत, उपविभागीय पुलिस अधिकारी अशोक थोरात तथा पुलिस निरीक्षक किरण वानखड़े के मार्गदर्शन में खोज अभियान शुरू किया गया।
बच्ची की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल की गई टोल नाकों पर तथा जड़ी-बूटी विक्रेताओं, बंजारा और पारधी समाज के लोगों में पूछताछ की गई। इस बीच, शिवणी टोल नाके पर एक व्यक्ति बच्ची के बारे में पूछताछ करता दिखा। पूछताछ करने पर पता चला कि वह बच्ची का पिता शुभम पवार (सुदर्शन नगर, ज़िला वर्धा) है। उसने बताया कि वे समृद्धि महामार्ग से संभाजीनगर से वर्धा की ओर जा रहे थे। वॉशरूम के लिए गाड़ी रोकते समय भीड़ में उनकी बेटी रुद्राक्षी नीचे उतर गई और उन्हें पता नहीं चला। वर्धा पहुंचने पर बच्ची गाड़ी में न दिखने पर उन्होंने तुरंत वापस आकर खोज शुरू की।
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आख़िरकार पुलिस ने बच्ची को सुरक्षित माता-पिता को सुपुर्द कर दिया। इस कार्यवाही में ज़िला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अभिजीत ठाकरे तथा छाया मुकाडे ने भी समन्वय किया। उक्त कार्रवाई पुलिस निरीक्षक किरण वानखड़े के मार्गदर्शन में थानेदार राजीव हाके, मूलचंद भांबुरकर, विलास सोलंके, अमोल देशमुख, संजय रायबोले, उमेश धंदर, मंगेश लकडे, विशाल गवली, सचिन मसांगे, नितीन मुर्तेरकर, सदाशिव देवकते, जीतेश राठोड, दिनेश कनोजिया, नम्रता वानखड़े, अस्मिता जाधव, चालक रवि राठोड और संजय जेठे ने की।