ST बसों में यात्रियों को नहीं मिल रही जगह (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Maharashtra Transport Corporation: गोंदिया शहर के जयस्तंभ चौक स्थित बस स्टैंड से नागपुर व आमगांव, सालेकसा, देवरी की ओर जाने वाली एसटी बसों में विद्यार्थियों सहित यात्रियों की भारी भीड़ दिखाई देती है। आए दिन बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ते ही जा रही है। अब निजी वाहनों में भी यात्रियों की भीड़ दिखाई दे रही है। जिससे विद्यार्थियों व यात्रियों के द्वारा बस फेरियां बढ़ाने की मांग की जा रही है। जिले में सभी शासकीय कार्यालयों के काम के लिए अनेक तहसील के नागरिक आते जाते रहते हैं। वहीं शहर में स्कूल व कॉलेज में अध्ययन लिए अनेक विद्यार्थियों का प्रतिदिन बस से आना जाना होता है।
उसी तरह अभी त्योहारों का दौर शुरू होने से यात्रियों की संख्या में भी वृद्धि हो गई है। प्रतिदिन जिले के गोंदिया व तिरोड़ा डिपो के बस स्थानक से यात्रियों से भरी बस दौड़ रही है। बस की यात्रा में अमृत ज्येष्ठ नागरिक योजना अंतर्गत 75 वर्ष आयु से अधिक ज्येष्ठ नागरिकों के लिए शासन ने निःशुल्क यात्रा योजना शुरू की है। महिलाओं के लिए 50 प्रश। सहूलियत लागू की है। जिसके कारण बस के यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो गई है। इसमें भी अब त्योहारों का माहौल होने से बस के यात्रियों की संख्या में अधिक इजाफा हो रहा है। सहूलियत धारक यात्रियों के द्वारा बस की यात्रा को प्राथमिकता दी जा रही है। जिससे बस में यात्रियों की भीड़ दिखाई दे रही है।
इस भीड़ के कारण विद्यार्थियों को बस में जगह नहीं मिल पाती जिससे उनका शैक्षणिक नुकसान होता है। शासन की सहूलियत के पश्चात रापनि की आय बढ़ गई है। सहूलियत योजना से शासन के द्वारा परिवहन निगम को अनुदान राशि मिल रही है। ऐसा होते हुए भी रापनि द्वारा बस की संख्या बढ़ाने के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। पुरानी बसों से ही परिवहन जारी है। जिसमें अनेक बार बस खराब होने से नियोजित फेरियों पर परिणाम होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विभागीय नियंत्रकों ने बस फेरियां बढ़ाने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है।
ये भी पढ़े: मार्डी में पलटा विसर्जन वाहन, 12 भक्त जख्मी – अमरावती में बड़ा हादसा
शासन ने बस की यात्रा में 75 वर्ष आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए 100 प्रश। व महिलाओं के लिए 50 प्रश। सहूलियत देने के पश्चात यात्री निजी वाहन से यात्रा करना पसंद नहीं करते थे। जिसके कारण निजी वाहन चालक व मालिकों पर संकट का समय आ गया था। लेकिन अब बस के यात्रियों की संख्या बढ़ने से सीट मिलना मुश्किल होने से पूरी टिकट देकर यात्रा करने वाले कुछ यात्री निजी वाहनों से यात्रा कर रहे हैं।